कोरोना महामारी के बीच ईरान में खुले स्कूल, प्लास्टिक के टेंट में पढ़ते दिखे छोटे-छोटे बच्चे

कोरोना महामारी के चलते पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लगा है। इस दौरान लॉकडाउन की वजह से कई चीजें बंद रही। इसमें स्कूल कॉलेज भी शामिल है। इससे बच्चों की पढ़ाई का नुकसान भी हुआ। हालांकि बहुत से देशों ने अपने यहां स्कूल और कॉलेज खोल दिए हैं। हालांकि इस दौरान बच्चों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। दुनियाभर से बीते दिनों कोरोना-काल में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की कई तस्वीरें वायरल हुई है। अब इसी कड़ी में ईरान से भी एक तस्वीर सामने आई है।
ईरान में खुले स्कूल
बीते शनिवार ईरान में स्कूल खोल दिए गए। इस दौरान बच्चों को पढ़ाने का और क्लास रूम में बैठाने का तरीका भी बदला बदला नजर आया। यहां छोटे छोटे बच्चे प्लास्टिक के एक टेंट में पढ़ते हुए नजर आए। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने स्कूल खोलने का फैसला करते हुए ये कहा था कि बच्चों की एजुकेशन भी उनकी हेल्थ जितनी अहम है।
इस हाल में पढ़ते नजर आए बच्चे
School in the age of pandemic in Iran. pic.twitter.com/Gg6v7KMhbh
— Farnaz Fassihi (@farnazfassihi) September 8, 2020
ट्विटर पर ईरान के स्कूल की तस्वीर बहुत वायरल हो रही है। इस फोटो को सोशल मीडिया पर @farnazfassihi नाम की एक यूजर और जर्नलिस्ट ने अपलोड किया है। उनके इस ट्वीट को अब तक 5 हजार से ज्यादा लाइक्स और दो हजार के आसपास रिट्वीट मिल चुके हैं। लोग इसके ऊपर अपनी अलग अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों ने दिया ऐसा रिएक्शन
फोटो में देखा जा सकता है कि बच्चे न सिर्फ क्लास रूम में सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे हैं बल्कि प्लास्टिक के बने छोटे छोटे टेंट में अच्छे से बैठे भी हैं। अब जहां कुछ लोगों को ये आइडिया पसंद आया तो वहीं कइयों ने इसकी आलोचना भी की।
This look so cute but feel like punishment, as an American looking at this pic.
— iThinkWithMyhead (@Gtrealmacoy) September 8, 2020
ये देखने में क्यूट है, लेकिन सजा जैसा भी लगता है।
That’s a great idea.
— Auvi ?? Wear a mask! (@auvi_lu) September 8, 2020
बहुत ही अच्छा आइडिया है।
Simple and Innovative !
— HarpreetSingh ?? (@HSS5791) September 8, 2020
साधारण और अनोखा।
I mean that’s better than what many schools are doing.
— dloitz (@dloitz) September 8, 2020
बाकी स्कूल्स जो कर रहे हैं उससे यह बेहतर है।
आपकी जानकारी के लिए बात दें कि ईरान में अभी तक तीन लाख 82 हजार कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। इस बीमारी की वजह से वहां अभी तक 22 हजार से अधिक जाने जा चुकी हैं। वैसे आपको ईरान के स्कूल का यह आइडिया कैसा लगा? क्या भारत में भी ऐसा कुछ होना चाहिए?