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दहेज के 11 लाख रु लौटाए दामाद ने, शगुन के 1 रुपए लेकर कहा आप की लड़की ही असली दौलत

दहेज लेना और देना कानूनन अपराध है। ये बात हर कोई जनता है। लेकिन फिर भी लगभग हर शादी में पैसों, घरेलू सामान और गहनों का लेन देन खूब चलता है। इसमें भी यदि लड़का सरकारी नौकरी वाला हो तो उनके भाव और भी बढ़ जाते हैं। कभी ये दहेज मुंह से डायरेक्ट मांगा जाता है तो कभी बातों-बातों में इनडायरेक्ट इसकी हिंट दी जाती है।

वहीं कुछ मां बाप खुद आगे रहकर भी बेटी को भर-भरकर दहेज देते हैं। क्योंकि फिर लोग और समाज का उन्हें डर होता है। सब कहते हैं लो बेटी को शादी में कुछ नहीं दिया। फलाने ने इतना दिया था। लेकिन इस बात में कोई शक नहीं की दहेज एक कुप्रथा है। इसने न जाने कितनी जिंदगी तबाह की है। इसलिए इसका प्रचार प्रसार बंद होना जरूरी है।

दहेज में मिले 11 लाख, दूल्हे ने लौटा दिए

समाज में फैली दहेज की इस कुप्रथा के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुजफ्फनगर में एक दूल्हे ने शानदार मिसाल पेश की है। सरकारी नौकरी वाले इस दूल्हे को लड़की पक्ष ने 11 लाख रुपए और गहने दिए थे। लेकिन उसने ये सब वापस लौट दिया और शगुन के रूप में सिर्फ 1 रुपए ही लिए। अब ये दूल्हा जमकर तारीफ़ें बटोर रहा है। दहेज लोभी युवाओं पर इसने करारा तमाचा मारा है।

सौरभ चौहान नाम का यह दूल्हा रेवेनुए ऑफिसर (लेखपाल) है। उसने बीते शुक्रवार (2 दिसंबर) लखन गांव के रिटायर्ड फौजी की बेटी प्रिंसी से शादी की। इस शादी में लड़की के मां बाप ने दूल्हे को दहेज में 11 लाख रुपए और कुछ जेवरात दिए। लेकिन दूल्हे ने दहेज लेने से साफ इनकार कर दिया। उसने 11 लाख रुपए और गहने सबकुछ वापस कर दिया। बस 1 रुपए का लिफाफा शगुन के रूप में लिया।

मेहमानों ने की जमकर तारीफ

दूल्हे की इस पहल की दुल्हन के परिजनों और शादी में आए मेहमानों ने जमकर तारीफ की। साथ ही लोगों ने कहा कि शादी में होने वाले इस फिजूलखर्ची पर रोक लगनी चाहिए। इस दूल्हे ने समाज को एक नई राह दिखाई है। यदि सभी लोग इस तरह की पहल करने लगे तो जल्द ही दहेज प्रथा पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।

सौरभ की दुल्हनिया प्रिंसि अभी मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। वह भी अपने पति की इस पहल से काफी खुश है। उसका पति उसे भी शादी के बाद पढ़ाई और जॉब करवाएगा। अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर देगा। आप भी इस शादी से सीख लें और दहेज लेना और देना बंद कर दें।

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