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12 साल के बच्चे को पड़ा दिल का दौरा, मौके पर ही मौत, जाने क्यों कम उम्र में आ रहा हार्ट अटैक?

एक जमाना था जब हार्ट अटैक के मामले सिर्फ 50 प्लस लोगों में ही देखने को मिलते थे। लेकिन फिर ये 20 से 30 साल के युवाओं में भी दिखने लगे। और अब मध्य प्रदेश के भिंड जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 12 साल के बच्चे की हार्ट अटैक से मौत हो गई। बच्चे के पिता का दावा है कि उनके बेटे को कोई बीमारी नहीं थी।

12 साल के बच्चे को आया हार्ट अटैक

मृत बच्चे का नाम मनीष जाटव बताया जा रहा है। वह इटावा रोड स्थित निजी स्कूल में चौथी क्लास का छात्र था। जामना रोड निवासी मनीष के पिता कोमल जाटव ने बताया कि गुरुवार को उनके बेटे ने स्कूल में लंच किया। फिर दोपहर करीब 2 बजे वह अपने बड़े भाई के साथ स्कूल बस में चढ़ा। लेकिन यहाँ अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा। बस ड्राइवर ने इसकी सूचना प्रिंसिपल को दी।

सभी ने बच्चे को होश में लाने की कोशिश की। फिर वे उसे नजदीकी अस्पताल ले गए। यहाँ डॉक्टरों ने उसे सीपीआर दिया। लेकिन उसकी सांसें वापस नहीं लौट सकी। जिला अस्पताल के सर्जन डॉ अनिल गोयल बताते हैं कि बच्चे में जो लक्षण दिखाई दी वह कार्डियक फेल होने का संकेत देते हैं।

डॉक्टर हार्ट अटैक की सटीक पुष्टि के लिए बच्चे का पोस्टमार्टम करना चाहते थे। लेकिन उसके पिता ने ये कहकर इनकार कर दिया कि उनके बेटे की ऐसी कोई भी मेडिकल हिस्ट्री नहीं रही है। वह पूरी तरह से सेहतमंद था। मध्य प्रदेश में शायद ये पहला मामला है जब इतनी कम उम्र के बच्चे की हार्ट अटैक से मौत हुई। इससे हर कोई हैरान है।

ये हो सकती है कम उम्र में हार्ट अटैक की वजह

सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल गोयल बताते हैं कि अचानक मौत से जुड़े अधिकतर मामले कार्डियेक अरेस्ट के ही होते हैं। बच्चे में कार्डियेक अरेस्ट के लक्षण भी देखने को मिले थे। इसलिए उसकी हार्ट अटैक से मौत की पूरी संभावना है। दरअसल कोविड-19 के बाद ऐसी समस्याएं ज्यादा देखने को मिल रही है। कोरोना से संक्रमित होने से कुछ मरीजों में बायोपैथी हुई यानी कार्डियेक या मसल्स को प्रॉब्लम आयी है। यह चीज कार्डियेक अरेस्ट का खतरा बड़ा देती है।

इस मामले पर चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ आरके मिश्रा का कहना है कि बच्चा जब अपसताल आया तब उसकी मौत हो चुकी थी। इसलिए एक संभावना ये भी है कि बच्चे को पहले से कोई दिल या हेल्थ से जुड़ी बीमारी रही हो जिसका पता उसके पिता को भी नहीं था। ये भी संभावना है कि पहले जब उसे कोविड इन्फेक्शन हुआ हो तो कोई कॉम्प्लिकेशन आया हो। या फिर कैंसर या अन्य बीमारी हो।

बरहाल इस मामले ने बच्चों के माता-पिता की टेंशन बढ़ा दी है। विशेषज्ञ एक सलाह ये भी दे रहे हैं कि बच्चों को वायु प्रदूषण से बचाए, कैमिकल युक्त पैक्ड फूड आइटम ना खिलाएं, हेल्थी खान पान और फिजिकल एक्टिविटी पर जोर दें।

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