हिंदू हैं एआर रहमान! लेकिन इस कारण कुबूल करना पड़ा इस्लाम! सुसाइड के आने लगे थे ख्याल

संगीत की दुनिया के किंग कहे जाने वाले मशहूर सिंगर और संगीतकार ए आर रहमान आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है। ए आर रहमान की गायकी और उनकी संगीत की तो पूरी दुनिया दीवानी है। बता दे ए आर रहमान का असली नाम दिलीप चंद्रशेखर है, लेकिन दुनियाभर में वह ए आर रहमान के नाम से जाने जाते हैं।
6 जनवरी 1966 को जन्मे ए आर रहमान आज अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। इस खास मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं ए आर रहमान के जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें…
रहमान को विरासत में मिला संगीत
ए आर रहमान चेन्नई के मध्यमवर्गीय हिंदू परिवार में पैदा हुए। उनके पिता आरके शेखर साउथ इंडस्ट्री में एक म्यूजिक रेंजर के तौर पर काम किया करते थे। ऐसे में ए आर रहमान का बचपन से ही संगीत की दुनिया से ताल्लुक था। यही वजह है कि बड़े होकर उन्होंने दुनिया भर में अपना नाम कमाया। बचपन में ए आर रहमान पढ़ाई में कोई खास नहीं थे। ऐसे में अक्सर उन्हें अपने शिक्षक से डांट मिला करती थी। घर में भी उन्हें पिता की डांट सहनी पड़ी जिसके बाद कई बार उनके मन में सुसाइड के ख्याल आने लगे।
इसी बीच वह अपना ज्यादा से ज्यादा समय स्टूडियों में ही बिताते थे। इसके बाद जब वह 25 साल के हुए तो खुद को असफल होने का करना मानने लगे थे। ऐसा लगता था कि अब उन्हें जीना छोड़ देना चाहिए। यही वजह थी कि बार-बार उनके मन में सुसाइड का ख्याल आने लगे थे।
अपने नाम हासिल किए दर्जनों अवॉर्ड
इसी बीच ए आर रहमान को फिल्म ‘रोजा’ में संगीत देने का मौका मिला जिसके जरिए वो रातोंरात पॉपुलर हो गए और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस फिल्म में संगीत देने के लिए रहमान को फिल्म फेयर पुरस्कार भी मिला। आज आलम यह है कि ए आर रहमान का नाम दुनिया के टॉप 10 कंपोजर्स में लिया जाता है।
साथ ही उनके गानों की करीब 200 करोड़ से भी ज्यादा रिकॉर्डिंग बिक चुकी है। इतना ही नहीं बल्कि ए आर रहमान अब तक अपने करियर में 6 बार नेशनल फिल्म अवार्ड, एक गोल्डन ग्लोब अवार्ड, 2 बार ऑस्कर अवॉर्ड, 15 फिल्म फेयर अवार्ड और 1 बाफ्टा अवार्ड जैसे कई अवार्ड अपने नाम कर चुके हैं।
रहमान ने क्यों बदला अपना धर्म?
वहीं ए आर रहमान के धर्म में बदलने के पीछे की वजह बताई जाती है कि एक बार उनकी बहन बहुत बीमार हो गई थी जिसके बाद डॉक्टर ने उन्हें बचाने की भी उम्मीद छोड़ दी थी। ऐसे में ए आर रहमान कई मंदिर मस्जिदों में गए जहां पर उन्होंने दुआ मांगी। एक मस्जिद में दुआ मांगने के दौरान उनकी बहन ठीक हो गई जिसके बाद उन्होंने फैसला कर लिया कि, वह अपना धर्म बदल लेंगे। इसके बाद उन्होंने खुद को दिलीप से अल्लाह रखा रहमान उर्फ़ ए आर रहमान बना लिया।
वही उनकी मां भी इस्लाम से प्रभावित थी ऐसे में बाद में उनके पूरे परिवार ने साल 1989 में इस्लाम कुबूल किया। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि ए आर रहमान को बचपन से ही अपना नाम अच्छा नहीं लगता था। ऐसे में उन्होंने अपना नाम बदले का फैसला किया। बता दे रहमान की शादी सायरा बानो से हुई है। कपल की दो बेटियां और एक बेटा है। एक बेटी की शादी पिछले साल ही हुई।