धार्मिक

दशहरे के दिन नारियल से जुड़े करें यह उपाय, मिलेगी कर्ज से मुक्ति, व्यापार में भी होंगे सफल..

भारतीय धर्म और संस्कृति में नारियल का बहुत महत्व है। मंदिर में नारियल फोड़ना या चढ़ाने का रिवाज है। नारियल को ‘श्रीफल’ भी कहा जाता है। श्री का संबंध लक्ष्मी जी से हैं। इसी वजह से धन दौलत की प्राप्ति हो या कर्ज से मुक्ति हर चीज के लिए नारियल से किए गए उपाय लाभकारी होते हैं। इस महीने दशहरा हैं। दशहरे के दिन बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी। ऐसा माना जाता है कि इस दिन अगर नारियल से उपाय किए जाएं तो आप जल्द ही कर्ज से मुक्ति पा सकते हैं। साथ ही यह आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में भी सहायक होगा। जानते हैं दशहरे के दिन किए जाने वाले नारियल से जुड़े उपाय। 

ऋण मुक्ति के लिए करें यह उपाय है

दशहरे के दिन जल्दी उठकर नहाने के बाद अपनी लंबाई के अनुसार के काला धागा ले। उस धागे को नारियल पर लपेट कर उसकी पूजा करे। पूजा के बाद नारियल को नदी के बहते पानी में प्रवाहित कर दें। साथ ही भगवान से ऋण मुक्ति के लिए प्रार्थना करें। ऐसा करना आपके लिए फलदायक होगा। इसके अलावा एक नारियल पर चमेली का तेल मिले सिन्दूर से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। कुछ भोग (लड्डू अथवा गुड़-चना) के साथ हनुमानजी के मंदिर में जाकर उनके चरणों में अर्पित करके ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें। इससे जल्द ही आप हर ऋण से मुक्त हो जायेगे।

व्यापार में सफलता और आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए करें ये उपाय 

कारोबार में लगातार घाटा हो रहा हो तो दशहरे के दिन एक नारियल सवा मीटर पीले वस्त्र में लपेटकर एक जोड़ा जनेऊ, सवा पाव मिष्ठान्न के साथ आस-पास के किसी भी राम मंदिर में चढ़ा दें। तत्काल ही व्यापार चल निकलेगा। इसके अलावा अगर पैसा टिक नहीं पा रहा हो या सेविंग नहीं हो पा रही हो तो परिवार आर्थिक संकट से निकलने के लिए भी कुछ उपाय किए जा सकते है। ऐसे में दशहरे के दिन माता लक्ष्मी के मंदिर में एक जटावाला नारियल, गुलाब, कमल पुष्प माला, सवा मीटर गुलाबी, सफेद कपड़ा, सवा पाव चमेली, दही, सफेद मिष्ठान्न एक जोड़ा जनेऊ के साथ माता को चढ़ाएं। इसके बाद लक्ष्मी जी की कपूर व देसी घी से आरती उतारें तथा श्रीकनकधारा स्तोत्र का जाप करें। आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

सफलता और धानप्रप्ती के लिए करें ये उपाय

अगर कोई काम काफी प्रयास के बावजूद सफल नहीं हो पा रहा तो आप एक लाल सूती का कपड़ा लें और उसमें रेशेयुक्त नारियल को लपेट लें और फिर बहते हुए जल में प्रवाह कर दें। जिस वक्त आप इसे जल में बहा रहे हों उस वक्त उस नारियल से सात बार अपनी कामना जरूर कहें। इसके अलावा दशहरे के दिन गणेशजी और महालक्ष्मी की विधि विधान से चौकी सजाएं। चावल की ढेरी पर तांबे का कलश रखें और एक लाल वस्त्र में नारियल लपेटकर उस कलश में इस तरह रखें कि उसके आगे का भाग दिखाई दे। यह कलश वरुणदेव का प्रतीक है। अब दो बड़े दीपक जलाएं। एक घी का और दूसरा तेल का। एक दीपक चौकी के दाहिनी ओर रखें और दूसरा मूर्तियों के चरणों में। इसके अतिरिक्त एक छोटा दीपक गणेशजी के पास रखें। इसके बाद पूजा करें। इससे आपको धन की प्राप्ति होगी और आपके सारे दुख दूर हो जाएंगे।

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