ममता की मनमानी : रैली के दौरान BJP कार्यकर्ताओं पर पुलिस और TMC के गुंडों ने बरसाए पत्थर
पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हो रही हत्या को लेकर आज राज्य में बीजेपी के कार्यकर्ताओं की ओर से प्रदर्शन किया गया और दौरान झड़प हो गई। ये झड़प बीजेपी कार्यकर्ताओं और पश्चिम बंगाल पुलिस के बीच हुई है। दरअसल आज कोलकाता और हावड़ा में हजारों बीजेपी कार्यकर्ताओं ने राज्य में ‘बिगड़ती’ कानून व्यवस्था को लेकर ‘नबन्ना चलो’ मार्च किया था। और इस दौरान पुलिस के साथ झड़प हो गई।
#WATCH Howrah: BJP workers try to break police barricade put in place to stop the Party’s ‘Nabanna Chalo’ agitation against the alleged killing of party workers in the state; police use tear gas to bring the situation under control.#WestBengal pic.twitter.com/ChQdi0NYXj
— ANI (@ANI) October 8, 2020
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने इस पूरे मसले पर कहा कि हम लोकतांत्रिक तरीके से विरोध कर रहे थे। लेकिन ममता जी ने हमारे शांतिपूर्ण प्रदर्शन को हिंसक विरोध में बदल दिया। हम पर पुलिस और गुंडों ने पथराव किया। सभी कार्यकर्ताओं ने मास्क पहन रखा था। क्या नियम केवल हमारे लिए हैं? ममता जी हजारों लोगों के साथ प्रदर्शन करती हैं और हमें सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाया जा रहा है। क्या उनके लिए भी यही नियम लागू नहीं होते ?
आंसू गैस छोड़ी गई
इस प्रदर्शन के दौरान हावड़ा जिले के संतरागाछी में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर आंसू गैस और वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। जिसके कारण कई बीजेपी कार्यकर्ता घायल हो गए। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजू बनर्जी और सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं हेस्टिंग्स क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी की।
West Bengal: BJP workers set ablaze tires in Howrah during party’s state-wide ‘Nabanna Chalo’ agitation against the alleged killings of its workers. pic.twitter.com/CxWNZ7NayL
— ANI (@ANI) October 8, 2020
वहीं इस झड़प को लेकर पुलिस ने अपनी सफाई भी पेश की और सारा आरोप बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर लगा दिया। पुलिस के अनुसार बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को राज्य सचिवालय की ओर मार्च के दौरान बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की। जिसके कारण ये सब हुआ।
आपको बता दें कि बीजेपी की ओर से चार प्रमुख रैलियां का आयोजन किया गया था। जिसमें से दो कोलकाता और दो हावड़ा जिले से शिबपुर की ओर बढ़नी थी। लेकिन इस दौरान पुलिस ने इन रैलियों को रोकने की कोशिश की। बीजेपी ने इन रैलियों के लिए पुलिस से बधुवार को अनुमित भी मांगी थी। लेकिन पुलिस ने महामारी अधिनियम का हवाला देते हुए कार्यक्रम की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। प्रशासन ने कहा था कि केवल 100 प्रदर्शनकारी ही रैली में शामिल हो सकते हैं। रैली के दौरान BJP कार्यकर्ताओं पर पुलिस और TMC के गुंडों के पत्थर बरसाने का आरोप है