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पीड़िता के भाई और आरोपी का नाम एक होने से उलझा हाथरस का केस, आ रही है यह परेशानी

हाथरस गैंगरेप केस में आए दिन नए नए दावे सामने आ रहे हैं। अब जेल में बंद आरोपियों ने एसपी को चिट्ठी लिख खुद को निर्दोष कहा है। उनका दावा है कि ये ‘ऑनर किलिंग’ का मामला है जिसमें पीड़िता का परिवार जिम्मेदार है। वहीं आरोपी के परिवार वालों का कहना है कि पीड़िता अपने पहले बयान में बार बार एक नाम ले रही थी। दावा है कि ये नाम पीड़ता के भाई और आरोपी के हमनाम हैं।

इस केस के एक आरोपी के चाचा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि घटना के बाद से ही लड़की एक नाम ले रही थी जो कि उसके भाई का भी नाम था। लेकिन बाद में लड़की की मां ने ‘ठाकुर के लड़के ने गला दबाया’ बोल दिया।

एक दूसरे आरोपी लवकुश के भाई का कहना है कि लड़की की मां और उसका भाई वहीं चारा काटने का काम कर रहे थे। हम लोग दूसरी ओर थे। जैसे ही हमे इस घटना की जानकारी मिली तो हम वहां देखने जा पहुंचे। मेरी मां ने मेरे भाई से बोला कि लड़की के लिए पानी ले आओ वरना वो मर जाएगी। मां के कहने पर वह पानी भर ले आया और उसे पीला दिया।

आरोपियों के परिजनों का यह भी कहना है कि हम सीबीआई, नार्को, एसआईटी हर तरह की जांच के लिए रेडी हैं। यदि वे दोषी पाए जाए तो सजा दे दो। लेकिन जो दोषी है उसे ही सजा मिले। हम भी चाहते हैं कि पीड़िता को न्याय मिले।

वहीं जब पीड़िता के परिवार को इन आरोपियों की चिट्ठी के बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा कि आरोपी ऐसा सजा से बचने के लिए कर रहे हैं। ये हमारे खिलाफ साजिश है। उसे (पीड़ित लड़की) को भी चुपके से जला दिया। हमे जहर ही दे दो।

बताते चलें कि पुलिस जांच में ये सामने आया था कि मुख्य आरोपी संदीप और पीड़िता के परिवार के बीच बीते पांच महीनों में 100 बार कॉल हुई है। हालांकि पीड़िता का परिवार इसकी सत्यता पर सवाल उठा रहा है। उनका कहना है कि मेरी बहन के चारित्र को बदनाम किया जा रहा है। हम गरीब है तो यूपी पुलिस हमे फंसाने की कोशिश कर रही है।

कुछ खबरों में ये भी कहा गया था कि आरोपी के मोबाईल में पीड़िता के भाई का नाम ‘सैनिटाइजर’ नाम से सेव था। इस पर पीड़िता के भाई का कहना है कि हमारी उस से कोई बात नहीं हुई। यदि पुलिस ऐसा बोल रही है तो हमे कॉल रेकॉर्ड सुना दे।

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