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टीआरपी से छेड़छाड़ के मामले में इंडिया टुडे का कबूलनामा, माना BARC ने लगाया था 5 लाख का जुर्माना

पिछले दिनों मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस करके टीवी चैनलों द्वारा की जा रही टीआरपी में छेड़छाड़ का खुलासा किया था। तबसे मीडिया जगत में हड़कंप मच गया है। कमिश्नर ने दावा किया था कि टीआरपी के हेरफेर में रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क समेत महाराष्ट्र के दो रीजनल चैनल शामिल हैं। हालाँकि बाद में पता चला कि एफआईआर में रिपब्लिक भारत का नाम नहीं था बल्कि इंडिया टुडे का नाम कई बार लिखा गया था। इस मामले में यह खुलासा भी हुआ कि BARC ने कुछ समय पहले इंडिया टुडे पर जुर्माना भी लगाया था। पहले तो इंडिया टुडे यह बात स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं था लेकिन अब जुर्माना लगने की बात मान ली है।

BARC पर बिना सबूत और जांच के जुर्माना लगाने का आरोप

टेलिविजन दर्शकों की संख्या मापने वाली संस्था ‘ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल’ (BARC)  टीआरपी में छेड़छाड़ को लेकर इंडिया टुडे पर 5 लाख का जुर्माना लगा चुकी है।  हालांकि पहले इंडिया टुडे ये मानने को तैयार नहीं था। अब इण्डिया टुडे ने जुर्माने की बात को स्वीकार करते हुए BARC पर बिना सबूत और बिना कमेटी की जांच के जुर्माना लगाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही इंडिया टुडे ने धमकी दी है कि वह BARC पर गोपनीय सुनवाई को सार्वजनिक करने और मानहानि के लिए कानूनी कार्यवाही करेगा।  इण्डिया टुडे ने शुक्रवार को एक स्टेटमेंट जारी किया। जिसमें BARC को कानूनी कार्रवाई की धमकी दी, क्योंकि यह ‘गोपनीय सुनवाई’ थी। इंडिया टुडे ने आरोप लगाया है कि BARC ने ‘कोई ठोस सबूत पेश किए बिना’ उसपर जुर्माना लगाया है, जबकि OpIndia ने किए खुलासों में जुर्माने के पीछे कई कारणों का जिक्र किया है।

तेजी से टीआरपी बढ़ने पर भेजा था नोटिस

 BARC द्वारा 27 अप्रैल को ‘इंडिया टुडे चैनल’ को नोटिस जारी किया गया था। जिसमें चैनल की रेटिंग में उछाल को लेकर उनसे जवाब मांगा गया था। उनके जवाब से ‘असंतुष्ट’ होकर BARC ने उनपर जुर्माना लगाया था। इंडिया टुडे ने अपनी बढ़ती हुई टीआरपी को लेकर कहा था कि वे 45 साल से पत्रकारिता में है। उन्होंने जनता तक सही खबर पहुंचा कर या मुकाम हासिल किया है। इंडिया टुडे ने मुंबई पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के बारे में बात करते हुए कहा है कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। ना ही गिरफ्तार किए गए रिलेशनशिप मैनेजर विशाल भंडारी से उनका कोई ताल्लुक है।


रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क पर साधा निशाना

इंडिया टुडे ने अपने स्टेटमेंट में प्रतिद्वंदी चैनल रिपब्लिक मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा है कि कुछ चैनल अपनी की गई करतूतों को छुपाने के लिए दूसरों को गुनाहगार कहते हैं। इंडिया टुडे ने कमिश्नर परमवीर सिंह के प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिए गए बयान का हवाला देते हुए रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क को दोषी ठहराया है। आपको बता दें कि TRP चोरी एफआईआर में इंडिया टुडे का नाम होने का खुलासा सबसे पहले रिपब्लिक मीडिया ने हीं किया था।

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