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हाथरस कांड में पप्पू और पिंकी ने मचाया था बवाल, अब हिंदू युवक की हत्या पर चुप्पी साधे बैठे हैं

दिल्ली में 7 अक्टूबर की रात अट्ठारह वर्षीय राहुल राजपूत की मौत के बाद सनसनी फैली हुई हैं। आपको बता दें कि राहुल राजपूत की एक मुस्लिम लड़की के साथ दोस्ती थी। जिसके चलते लड़की का परिवार इतना नाराज हुआ कि लड़की के भाई और उसके दोस्तों ने मिलकर राहुल को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसकी मौत हो गई। राहुल अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी मौत के बाद से ही पूरा परिवार सदमे में है।

परिवार वाले लगातार केजरीवाल सरकार से अपने बेटे की मौत के बारे में सवाल पूछ रहे हैं। देशभर में लोग और हिंदू संगठन राहुल की दर्दनाक मौत पर अपना गुस्सा जता रहे हैं। इस पूरे मामले में कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी का अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है। राहुल गांधी पिछले दिनों हाथरस कांड में योगी सरकार पर सवाल उठा रहे थे। लेकिन आज राहुल राजपूत के मौत को लेकर उन्होंने चुप्पी साध रखी है।

पहले भी हो चुकी है हिंदुओं की निर्मम हत्या

हिंदू मुस्लिम की लड़ाई कोई नई बात नहीं है। देशभर में पहले भी मुस्लिमों द्वारा हिंदुओं की निर्मम हत्या की गई है। एक ओर जहां पालघर में साधुओं की हत्या हुई थी वही राजस्थान में एक पुजारी को मौत के घाट उतारा गया। वहीं अब दिल्ली के राहुल राजपूत की 8-10 मुस्लिम लड़कों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी। हिंदुओं की लगातार हो रही हत्याओं पर सरकार ने चुप्पी साध रखी है। दिल्ली में राहुल के घर पर परिजनों और दोस्तों का तांता लगा हुआ है। वे सब हत्यारो पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। वहीं पुलिस ने आक्रोश या दंगा भड़कने के डर से सुरक्षा बढ़ा दी है। 

 हाथरस कांड में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे राहुल गांधी

2 अक्टूबर को राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका समेत हाथरस कांड में पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे थे। पीड़िता की मौत को राजनीतिक मुद्दा बनाकर हजारों की तादात में कांग्रेसियों को इकट्ठा करने वाले राहुल 201 किलोमीटर की दूरी तय करके हाथरस पहुंचे थे। राहुल और प्रियंका गांधी ने तब उत्तर प्रदेश पुलिस और सरकार पर सवाल उठाए थे। पीड़ित परिवार के साथ अपना वीडियो बना कर सुर्खियां बटोरने वाले राहुल और प्रियंका गांधी ने राहुल राजपूत की निर्मम हत्या पर मौन धारण कर रखा है। राहुल गांधी ने कभी भी हिंदुओं की हत्याओं को लेकर कोई सवाल नहीं उठाए हैं। राहुल गांधी का घर मृतक राहुल के घर से चंद मिनटों की दूरी पर है लेकिन हाथरस कांड में हीरो बनने की कोशिश करने वाले राहुल से अब यह दूरी तय नहीं हो पा रही हैं। राहुल गांधी का यह रवैया उनकी राजनीति पर कई सवाल खड़े कर रहा है।

यह है पूरा मामला


18 वर्षीय राहुल राजपूत की अपने घर से कुछ दूरी पर वाली एक मुस्लिम लड़की से दोस्ती थी। दोनों की फोन पर बातें भी हुआ करती थी। यह बात लड़की के परिवार को पसंद नहीं आई। लड़की के परिवार वालों ने राहुल के चचेरे भाई को फोन करके राहुल को ट्यूशन पढ़ाने की बात करने के बहाने गली से बाहर बुलाया। राहुल जब घर से बाहर आया तो लड़की के भाई और उसके दोस्तों ने मिलकर राहुल को इतना पीटा की उसकी मौत हो गई। राहुल की मौत के बाद परिवार वालों ने हत्या की शिकायत दर्ज कराई है। 

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