राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने लॉन्च की गोबर की चिप, जो करेगी मोबाइल रेडिएशन को कम, 50 रुपए है कीमत

राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने सोमवार को गाय के गोबर से बनी एक चिप लॉन्च की है। राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के अध्यक्ष वल्लभभाई कथीरिया का दावा है कि इस चिप की मदद से मोबाइल हैंडसेट्स का रेडिएशन काफी हद तक कम हो जाता है। इस चिप की लॉन्च को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी गई और इस दौरान गोबर के दीए, शुभ-लाभ और गोबर की ये चिप दिखाई गई। वल्लभ भाई कथीरिया ने कॉन्फ्रेंस में कहा कि गाय के गोबर से सबकी रक्षा होगी। ये सबकुछ घर में आएगा तो घर रेडिएशन फ्री हो जाएगा। इस चिप से मोबाइल हैंडसेट्स का रेडिएशन काफी हद तक खत्म हो जाता है।
दिया गया गौसत्व कवच नाम
इस चिप को गौसत्व कवच नाम दिया गया है और इसे गुजरात के राजकोट स्थित श्रीजी गौशाला द्वारा निर्मित किया गया है। कथीरिया ने बताया कि 500 से अधिक गौशालाएं एंटी-रेडिएशन चिप्स बना रही हैं। एक चिप की कीमत 50 से 100 रुपए के बीच रखी गई है। एक व्यक्ति ने तो ये चिप्स अमेरिका में भी निर्यात की है। जहां वो इसे 10 डॉलर प्रति चिप की दर से बेच रहा है।
वल्लभभाई कथीरिया ने चिप के बारें में और जानकारी देते हुए कहा कि इस चिप को बस फोन के साथ रखने की जरूरत है। अगर आप बीमारी से बचना चाहते हैं। तो इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
इन चीजों को भी किया गया लॉन्च
#WATCH: Cow dung will protect everyone, it is anti-radiation… It’s scientifically proven…This is a radiation chip that can be used in mobile phones to reduce radiation. It’ll be safeguard against diseases: Rashtriya Kamdhenu Aayog Chairman Vallabhbhai Kathiria (12.10.2020) pic.twitter.com/bgr9WZPUxK
— ANI (@ANI) October 13, 2020
कामधेनु आयोग की ओर से दीवाली को देखते हुए गाय के गोबर के बनें दीपक व भगवान गणेश एवं लक्ष्मी की प्रतिमा को भी लॉन्च किया गया है। इन दीपकों को लॉन्च करने का लक्ष्य प्रदूषण कम करना है। इन दीपकों को ‘कामधेनु दीपावली अभियान’ के तहत बनाया गया है। इस अभियान का मकसद गाय के गोबर से बनीं सामग्रियों के उपयोग को बढ़ावा देना है। गोबर के इन उत्पादों को लॉन्च करते हुए इन्होंने कहा कि गोमय गणेश अभियान की सफलता से उत्साहित होकर आयोग ने ‘गोमय दीपक’ को लोगों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए ये अभियान चलाने का संकल्प लिया है। इस अभियान के तहत देशभर में 11 करोड़ परिवारों के माध्यम से गोबर निर्मित 33 करोड़ दीप प्रज्वलित करने का लक्ष्य रखा है। दीपावली के लिए गोबर के दीए, मोमबत्तियां, धूप, अगरबत्तियां, शुभ- लाभ, स्वास्तिक, समरानी, हार्डबॉर्ड, हवन सामग्री, भगवान गणेश एवं लक्ष्मी की प्रतिमाओं का निर्माण प्रारंभ हो चुका है।
ये प्रयास गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने का है और ये पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वदेशी आंदोलन को बढ़ावा देगी। साथ में ही लोग दीपवाली पर चीन निर्मित दीयों का बहिष्कार करेंगे।