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राष्ट्रपति पद से सेवानिबृत होने के बाद क्या किया अब्दुल कलाम ने, मोदी जी ने बताई पूरी कहानी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयंती पर याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। एपीजे अब्दुल कलाम को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट किया और कहा कि राष्ट्रपति के रूप में उनके अमिट योगदान को कभी नहीं भूला जा सकता। आज राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की 88वीं जयंती है। इस मौके पर पीएम मोदी ने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया। जिसमें इन्होंने बताया कि आखिर राष्ट्रपति पद को छोड़ने के बाद अब्दुल कलाम ने क्या किया था।

कलाम थे ‘‘जनता के राष्ट्रपति”

अपनी ट्वीट में मोदी जी ने लिखा कि ‘डॉ. कलाम को उनकी जयंती पर नमन। चाहे वो एक वैज्ञानिक के रूप में हो या फिर राष्ट्रपति के रूप में, देश के विकास में उनके योगदान को भारत कभी भूल नहीं सकता। उनके जीवन का सफर लाखों लोगों को प्रेरणा देता रहेगा।’ इन्होंने राष्ट्रपति भवन के दरवाजे आम जनता के लिए खोले। उन्हें ‘‘जनता का राष्ट्रपति’’ भी कहा जाता है। इस ट्वीट के साथ ही मोदी ने एक वीडियो भी साझा की, जिसमें इन्होंने बताया कि राष्ट्रपति पद पर सेवा देने के बाद अब्दुल कलाम तमिलनाडु चले गए। यहां जाकर उन्होंने एक स्कूल में बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया। अब्दुल कलाम हमेशा से चाहते थे कि दुनिया में उन्हें एक टीचर के रुप में याद किया जाए।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भी पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को याद किया और ट्वीट कर कहा कि ‘भारत की रक्षा और अंतरिक्ष क्षमताओं को मजबूत करने में उनका अमूल्य योगदान रहा है। वो हर भारतीय के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत रहेंगे।’ नायडू ने कलाम के शब्दों को उद्धृत किया, ‘सपने, सपने, सपने। सपने विचारों में बदलते हैं और विचार कर्म में।


देश के 11वें राष्ट्रपति रहे अबुल पाकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम शहर में हुआ था और इनकी आज 88वीं जयंती है। इन निधन साल 27 जुलाई 2015 में हुआ था।

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