हाथरस कांड: आरोपी के घर से CBI ने बरामद किए लाल रंग के धब्बों से सने कपड़े, भाई ने बताया पेंट
उत्तर प्रदेश के हाथरस गांव में पिछले दिनों एक दिल दहला देने वाली घटना सामने अाई थी। अपनी मां के साथ खेत में घास काटने गई एक दलित युवती की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई। स्थानीय पुलिस की लापरवाही और जनता का आक्रोश देख कर मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई हैं। बता दें कि पिछले दो-तीन दिनों से सीबीआई की टीम हाथरस में केस की जांच कर रही है। सीबीआई ने पीड़िता के परिवार समेत कई लोगों से पूछताछ की है। सीबीआई ने हत्याकांड के आरोपी लवकुश के घर भी छापेमारी की है। घर की तलाशी के दौरान घर से लाल रंग के निशान लगे हुए कपड़े मिले हैं। सीबीआई का कहना है कि यह खून के धब्बे भी हो सकते हैं। लवकुश के परिवार का कहना है कि यह कपड़े लवकुश के बड़े भाई के हैं। कपड़ों पर लगे हुए निशान खून के नहीं बल्कि पेंट के हैं। सीबीआई ने कपड़े जब्त कर लिए हैं। अब उन कपड़ों की फॉरेंसिक जांच के बाद सच्चाई सामने आएगी।
भाई पेंटिंग का काम करता है तो दाग लग गए
लवकुश के घर छापेमारी के दौरान सीबीआई को लाल रंग के धब्बे वाले कपड़े मिले हैं जिन्हें सीबीआई फॉरेंसिक जांच के लिए अपने साथ लेकर गई है। लवकुश के भाई ललित ने बताया है कि यह कपड़े लवकुश के नहीं बल्कि उनके बड़े भाई रवि के हैं। रवि डेंटिंग पेंटिंग का काम करता है। काम के दौरान ही पेंट के दाग कपड़ों पर लग गए थे जिसे सीबीआई खून के धब्बे समझ कर अपने साथ ले गई। आरोपी के भाई ने यह भी बताया कि सीबीआई ने अभी उनसे कोई पूछताछ नहीं की है। हालांकि सीबीआई उनके घर ढाई घंटे तक की थी। बता दें कि इससे पहले गुरुवार को भी सीबीआई चारों आरोपीयों के घर जाकर परिवारवालों से पूछताछ कर चुकी है।
लड़की के भाई और पिता से हुई 7 घंटे पूछताछ
सीबीआई ने आरोपियों के परिवार के साथ साथ पीड़िता के परिवार से भी पूछताछ की है। बता दे कि सभी आरोपियों ने जेल से एसपी को खत लिखकर लड़की के परिवार पर ही पीड़िता कि हत्या का आरोप लगाया था। इसके बाद सीबीआई हर एंगल से इस केस की जांच कर रही है। सीबीआई ने बुधवार को पीड़िता के दोनों भाई और पिता से करीब 7 घंटे की लंबी पूछताछ की। तीनों के जवाबों के आधार पर बाद में एक साथ बैठाकर भी उनसे पूछताछ की गई। खबर है कि पूछताछ की रिकॉर्डिंग भी की जा रही है।
एसआईटी पुलिस की भूमिका की कर रही है जांच
एसआईटी के अधिकारी पिछले 17 दिनों से हाथरस कांड की जांच कर रहे हैं। एसआईटी मामले की तह तक जाने के लिए कई ग्रामीणों से भी पूछताछ कर चुकी है। एसआईटी पूरे केस में पुलिस की भूमिका की जांच कर रही है। बता दें कि पीड़ित परिवार ने स्थानीय पुलिस के ऊपर कई आरोप लगाए थे। इसके बाद से ही एसआईटी पूरे कांड में पुलिस द्वारा की गई लापरवाही की जांच कर रही हैं। एसआईटी के अधिकारियों ने कई बार पुलिसकर्मियों से पूछताछ की है। खबर है कि एसआईटी 17 अक्टूबर के बाद अपनी रिपोर्ट जमा कर सकती हैं।