Navratri 2020: माता रानी के समक्ष नौ दिनों तक क्यों जलाते हैं अखंड ज्योत, जाने इसके लाभ
आज 17 अक्टूबर से नवरात्रि प्रारंभ हो चुकी है। हर कोई माता रानी को प्रसन्न करने में लगा है। नौ दिन चलने वाले इस त्यौहार में मां की पूजा पाठ का विशेष महत्व रहता है। इस दौरान 9 दिनों तक मां के समक्ष अखंड ज्योत भी जलाई जाती है। ये अखंड ज्योत दिन और रात लगातार नौ दिनों तक जलती रहती है। ऐसा कहा जाता है कि यदि आप नवरात्रि में पूरे नौ दिन इस अखंड ज्योत को जलाते हैं तो आपकी हर मनोकामना पूर्ण होती है।
इसलिए जलाते हैं अखंड ज्योत
अखंड ज्योत सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होती है। इसे घर में जलाने से सुख-समृद्धि बनी रहती है। ये आपकी शत्रुओं की बुरी नजर से रक्षा भी करती है। जिस प्रकार दीपक की रोशनी कमरे का अंधेरा दूर कर देती है, उसी प्रकार मां के नाम से प्रज्वलित किया गया ये दीपक हमारे जीवन से अंधकार दूर कर देता है।
कहां रखे अखंड ज्योत?
पुराणों की माने तो दीपक या अग्नि के सामने किया गया जप बहुत लाभकारी होता है। यदि आप ज्योत घी से जला रहे हैं तो उसे मां के दाहिनी ओर रखा जाता है। वहीं या ज्योत तेल से जलाने पर इसे देवी मां के बाईं ओर रखना उचित होता है। इस बात का ख्याल रहे कि ज्योत बुझनी नहीं चाहिए। इसलिए समय समय पर इसमें तेल या घी डालते रहे। इसके अलावा इसकी बत्ती को भी एडजस्ट करते रहना चाहिए।
इन बातों का रखे ख्याल
जहां अखंड ज्योत जलाई है उस स्थान पर गंदगी जमा न होने दे। वहां साफ सफाई का पूरा ध्यान रखे। पूजा स्थल पर वह पोंछा न लगाएं जो आप ने पूरे घर में लगाया है। उसका कपड़ा अलग से रखे। जब तक घर में अखंड ज्योत जल रही है तब तक घर को सून न छोड़ें। एक बार में ही अच्छी लंबी बत्ती बना लें ताकि बार बार इसे बदलना न पड़े। एक दीपक से दूसरे दीपक को भूलकर भी न जलाएं।
अखंड ज्योत के लाभ
घर में घी की अखंड ज्योत जलाने से सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। स्टूडेंट्स यदि घी का दीपक जलाते हैं तो उन्हें बहुत लाभ मिलता है। यदि आप शनि के कुप्रभाव से मुक्ति पाना चाहते हैं तो तिल के तेल की अखंड ज्योत जलानी चाहिए। दीपक में कपूर डालकर जलाने से श्वास की समस्या दूर होती है। इसके अतिरिक्त कपूर का दीपक नर्वस सिस्टम के लिए भी फायदेमंद होता है।
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