एक दिन के लिए यूपी की 65 बेटियां बनीं अधिकारी, सड़क पर चेकिंग कर धड़ल्ले से काटा चालान

उत्तर प्रदेश में इन दिनों मिशन शक्ति चलाया जा रहा है। जिसके तहत राज्य की बेटियों के साथ छेड़छान व दुर्व्यवहार करने वाले लड़कों को सजा दी जा रही है। इसी मिशन के तहत डीएम आंजनेय कुमार ने रामपुर जिले की कमान एक दिन के लिए बेटियों को सौंपी। जिले की बेटिओं ने राज्य के अधिकारियों की कुर्सी पर बैठकर कई अहम फैसले लिए और खूब चालान काटे। एक दिन के लिए जिले के 65 अधिकारियों की कुर्सियों पर 65 बेटियों को बैठाया गया और इन सभी बेटिओं ने खूब अच्छे से काम किया।
थानेदार बनीं लड़कियों ने लोगों को कोरोना के प्रति जागरुक किया और उन्हें कोरोना से बचाव करने के तरीके बताए। साथ में ही लड़कियों ने यातायात के नियमों का पालन ना करने वाले कई लोगों के चालान भी काटे। सड़क पर चेकिंग करने उतरी बेटियों ने एक दिन के अंदर लगभग 77 हजार रुपए का जुर्माना लोगों से वसूला। जिन लोगों ने यातायात के नियमों का पालन नहीं किया उनका जमकर चालान काटा गया।
जवानों का भी काटा चालान
सिविल लाइंस कोतवाली के थानेदार की जिम्मेदारी प्रतिभा नामक लड़की को सौंपी गई थी। प्रतिमा और उनकी टीम ने यातायात नियमों का पालन ना करने वाले लोगों का चालान काटा। इस दौरान प्रतिभा और उनकी टीम ने एयरफोर्स के जवानों के एक वाहन को भी रोका और उसमें बैठे जवानों का चालान काटा गया। क्योंकि इन तीन जवानों ने मास्क नहीं लगाया हुआ था।
जब प्रतिभा ने इन जवानों का चालान काटा, तो उन्होंने पैसे देने से मना कर दिया। जिसके कारण इनके बीच लगभग आधे घंटे तक बहस हुई। इस बहस के बीच एसपी शगुन गौतम को भी आना पड़ा और उन्होंने जवानों को समझाया। उन्होंने जवानों से कहा कि अगर आप चालान नहीं कटवाओगे तो मैं आपके सीनियर अधिकारियों को आपकी रिपोर्ट भेज दूंगा। जिसके बाद एक जवान ने 500 रुपये का चालान दे दिया।
एसपी शगुन गौतम के अनुसार जिन जवानों को बिना मास्क के पकड़ा गया। वो चालान नहीं कटवा रहे थे। लेकिन समझाने के बाद एक जवान ने चालान के पैसे दे दिए।