युवराज सिंह के फैंस के लिए बड़ा झटका, युवराज ने कर दिया अपने सन्यास का ऐलान

अगर ये कहा जाए कि क्रिकेटर युवराज सिंह का जन्म भारत को 2011 का विश्व कप दिलाने के लिए हुआ था, तो ये कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी.. भारतीय क्रिकेट के इतिहास में 2011 का वर्ल्ड कप एक सुनहरे अध्याय के रूप में जुड़ चुका है, वैसे तो इस स्वर्णिम पल को सकार बनाने में तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और दूसरे सीनियर खिलाड़ियों का भरपूर सहयोग रहा है, पर वास्तव में इस जीत का सेहरा किसी के माथे बंधना चाहिए तो वो हैं.. युवराज सिंह। युवराज सिंह ने अपनी शानदार बल्लेबाजी के दम पर भारत की झोली में विश्वकप के साथ कई सारी उपल्बधियां दिलाई हैं। पर जैसा कि हर क्षेत्र की तरह क्रिकेट में भी प्रदर्शन की उम्र की एक तय सीमा होती है और अब युवराज अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर खड़े हैं.. ऐसे में जहां युवराज के सन्यास को लेकर क्रिकेट विशेषज्ञ से लेकर मीडिया और खेल प्रेमियों में चर्चा होती रहती है, वहीं अब सारी चर्चाओं और कयासों के बीच युवराज ने खुद ही अपने संयास को लेकर बड़ा दिया है और अपने अंतिम मैच खेलने की तयसीमा भी बताई है।
भारतीय क्रिकेटर युवराज बीते काफी समय से टीम से बाहर हैं, क्योंकि उनका प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा। वैसे युवराज सिंह के पूरे क्रिकेट कैरियर की बात करें तो वनडे में उन्होने कुल 304 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 36.56 के औसत से 8701 रन बनाए हैं। 14 शतक और 52 अर्द्धशतक लगाने वाले युवराज हार्ड हिटिंग के लिए मशहूर थे। युवराज एक ऑलराउंडर के तौर पर जाने जाते हैं। उनके नाम कुछ विकेट भी हैं। वनडे में युवराज ने जहां 111 विकेट चटकाए हैं, वहीं वनडे में तो टीम इंडिया में उनकी जगह हमेशा रही। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में युवराज को ज्यादा कामयाबी नहीं मिली। युवराज ने कुल 40 टेस्ट मैच खेले जिसमें 33.93 के औसत से 1900 रन ही बना पाए। युवराज ने टेस्ट मैचों में 3 शतक और 11 फिफ्टी लगायी है,वहीं टेस्ट में युवराज ने 9 विकेट भी हासिल किए हैं।
टी-20 मैच में किसी भारतीय के एक ओवर में छह छक्के मारने के लिए याद किया जाएगा तो वो हैं युवराज सिंह। जिन्होने इंग्लैंड के गेंदबाज क्रिस ब्रॉड की गेंदों पर मारे थे। जिसके बाद क्रिस ब्रॉड ने खुलासा किया था कि वो उस ओवर के बाद अवसाद में चलेगा गए थे। युवराज ने ये कारनामा 5 सितंबर 2007 को किया था। जिसके बाद युवराज जब भी खेलने उतरते हैं वो छह छक्के मारने का पूरा सीन उनके चाहने वालों के दिलो दिमाग में चलने लगता है। लेकिन अब वहीं युवराज अपने करियर की ढलान पर है। भारतीय टीम से बाहर चल रहे युवराज सिंह ने अपने संन्यास को लेकर बड़ा बयान दिया है, जिसके बाद उनके चाहने वालों में मायूसी छा गई है।
मौजूदा दौर में आईपीएल खेल रहे युवराज सिंह किंग्स इलेवन पंजाब का हिस्सा हैं, लेकिन अभी तक कोई खास कमाल नहीं दिखा सके हैं। अब इसी दौरान युवराज जब एक कार्यक्रम में पहुंचे तो बुझे हुए शब्दों में अपना दर्द बयान करते हुए संन्यास की अटकलों का जवाब दिया। युवराज सिंह ने इशारों इशारों में साफ कर दिया की वो 2019 में अपने संन्यास पर कोई फैसला कर सकते हैं। युवराज सिंह ने कहा कि यह साल बीत जाने के बाद वह अपने करियर को लेकर जरूर कोई फैसला करेंगे। उन्होंने कहा, “सभी को एक समय के बाद फैसला करना होता है। मैं साल 2000 से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहा हूं और इस बात को करीब 17-18 साल हो गए हैं। ऐसे में मैं 2019 के बाद जरूर कोई फैसला करूंगा।”
युवराज अपनी जिंदगी के सबसे भयावह दौर से गुजरे, जब उन्हें कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी ने घेर लिया। इसके बाद युवराज सिंह ने मैदान नहीं छोड़ा अपनी लड़ाई जारी रखी, लेकिन युवराज कभी अपने पुराने फॉर्म को पाने में कामयाब नहीं हुए। भारतीय टीम में अब युवराज सिंह की जगह पक्की नहीं है। क्योंकि युवा क्रिकेटरों ने अब जगह ले ली है। उनके दौर के सिर्फ धोनी ही टीम में अपनी जगह बनाए हुए हैं।