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कांग्रेस सरकार में दुर्गा विसर्जन करने जा रहे भक्तों को पुलिस ने बीच में रोका, जमकर बरसाई लाठी

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान जमकर हंगामा हुआ और पुलिस ने श्रद्धालुओं को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। बताया जा रहा है कि मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान सिटी कोतवाली पुलिस ने गाड़ी को रोककर जब्त कर लिया। जिसके कारण लोग गुस्सा हो गए और उन्होंने थाने में जाकर प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं लोगों ने थाने पर पत्थरबाजी भी की। ये घटना मंगलवार देर रात साढ़े 10 बजे की है।

आक्रोशित लोगों को रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। जिसके बाद श्रद्धालु वहां से भाग गए। दैनिक भास्कर में छपी खबर के अनुसार पुलिस ने श्रद्धालुओं को बुरी तरह से पीटा है। लोगों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने अतिरिक्त बल को भी बुलाया। वहीं हालातों पर काबू पाने के बाद पुलिस की मौजूदगी में मां का विसर्जन किया गया।

बताया जा रहा है कि तेलीपारा दुर्गोत्सव समिति के लोग विसर्जन करने के लिए गाते-बजाते हुए जा रहे थे। जैसे ही ये लोग  पुलिस थाने के पास से गुजरे तो पुलिस ने इन्हें शोर ना करने को कहा और इनके साथ जा रही डीजे की गाड़ी को रोककर जब्त कर लिया। पुलिस के इस कदम से लोगों को गुस्सा आ गया और वो थाने पहुंच गए। यहां पर उन्होंने पुलिस को समझाने की कोशिश की कि उन्हें विसर्जन करने दिया जाए और डीजे गाड़ी को छोड़ दें। लेकिन पुलिस नहीं मानी। जिसके बाद श्रद्धालु और पुलिस में कहासुनी शुरू हो गई और श्रद्धालु ने थाने के बाहर हंगामा शुरू कर दिया।

टीआई कलीम खान के नेतृत्व में पुलिस बल ने श्रद्धालुओं पर लाठी बरसाई और दौड़ा-दौड़ा कर उन्हें पीटा। पुलिस की इस हरकत से लोग भी भड़क गए और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। इस पूरे मामले पर टीआई कलीम खान ने बयान देते हुए कहा कि भीड़ थाने के अंदर घुस आई थी। जिसकी वजह से पुलिस को ये कदम उठाना पड़ा। वहीं एसएसपी सिटी उमेश कश्यप ने कहा कि थाने में घुसने वालों पर कार्रवाई होगी।

जब ये मामाला बढ़ गया तो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को बीच में आना पड़ा और उन्होंने विसर्जन को पूरा कराया। इसी दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था।

बिहार में भी हुई थी ऐसी घटना

बिहार के मुंगेर जिले में भी दुर्गा विसर्जन के दौरान लोगों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। जिसमें एक युवक की मौत हो गई थी और 6 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इतना ही नहीं स्थानीय लोगों ने पुलिस को 24 लोगों के नामों की सूची भी सौंपी है जो कि लापता है। लोगों का आरोप है कि पुलिस ने बिना बात के गोली चलाई थी।

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