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कृषि कानून के समर्थन में किसानों ने निकाली 20000 ट्रैक्टर की रैली, हज़ारों किसान हुए शामिल

देशभर में किसान कृषि कानून को लेकर दो गुटों में बट गए हैं। जहां एक गट सरकार द्वारा बनाए गए इन कृषि कानूनों का विरोध कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर इसके समर्थन में रैलियां निकली जा रही है। अब उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुई इस किसान रैली को ही देख लीजिए। यहां कृषि कानूनों के समर्थन में विशाल ट्रैक्टर रैली निकाली गई। यह रैली मेरठ से गाजियाबाद तक निकली। इसमें हजारों की संख्या में किसान शामिल हुए।

बताते चलें कि इसके पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिलकर कई किसान संगठनों इस कृषि कानून पर अपना समर्थन दे चुके हैं। इस दौरान अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति (AIKCC) से जुड़े 10 किसान नेता कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मिले थे। इस मुलाकात में सभी नेताओं ने केंद्र सरकार द्वारा बनआए गए कृषि कानूनों के समर्थन में बात की थी।

इन किसान नेताओं ने बताया कि AIKCC लास्ट तीन सालों से किसानों का शोषण करने वाले कानूनों के विरुद्ध आवाज उठाता आ रहा है। उधर AIKCC महासचिव गुणवत पाटील हंगेरगेकर द्वारा भी कृषि मंत्री को एक ज्ञापन सौंप कुछ संशोधनों के साथ कृषि कानूनों का समर्थन किया गया था।

हालांकि इन सबके बावजूद कुछ किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है। ऐसा नहीं है कि केंद्र सरकार इन किसानों की बात सुनना नहीं चाहती। बल्कि उन्होंने तो बातचीत के माध्यम से किसानों के साथ इस पूरे विवाद को सुलझाने की पेशकश भी की है। लेकिन किसान तीनों कृषि कानूनों को एक साथ कैन्सल करने की डिमांड कर रहे हैं।


इसके पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 8 पन्नों का एक ओपन लेटर भी किसानों के लिए जारी किया था। इस ओपन लेटर में कहा गया कि केंद्र सरकार किसानों की सभी समस्याएं दूर करने के लिए रेडी है। उन्होंने खुले पत्र में यह भी लिखा कि केंद्र सरकार किसानों के कल्याण के लिए पूरी तरह से कमिटेड है। पत्र में इस बार पर जोर दिया गया कि नए कृषि कानूनों का लक्ष्य छोटे और सीमांत किसानों को फायदा पहुंचना है।

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