रिपब्लिक TV के AVP को पुलिस ने किया गिरफ्तार, मुंबई पुलिस द्वारा किया गया आतंकवादी जैसा सलूक

मुंबई पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के डिस्ट्रीब्यूशन हेड और रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के सहायक उपाध्यक्ष घनश्याम सिंह को कथित टीआरपी घोटाले के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार करने के बाद इनकी पेशी कोर्ट में की गई। कोर्ट ले जाते समय घनश्याम सिंह के साथ आतंकवादियों जैसा सलूक किया गया और इनका चेहरा काले कपड़े से ढका गया।
घनश्याम सिंह की गिरफ्तारी पर रिपब्लिक भारत ने नाराजगी जाहिर की और कई सारे ट्वीट किए। चैनल की ओर से ट्वीट कर कहा गया कि उनके सहायक उपाध्यक्ष के चेहरे को काले कपड़े से ढका गया और मुंबई कोर्ट में पेश किया गया। घनश्याम सिंह के साथ आतंकियों जैसा बर्ताव किया गया।
रिपब्लिक टीवी का आरोप है कि पिछले कुछ दिनों से टीआरपी घोटाले में क्राइम ब्रांच यूनिट ने घनश्याम से 30-40 घंटे से भी ज्यादा समय तक पूछताछ की है। इनकी ओर से पूरा सहयोग किया जा रहा था। लेकिन फिर भी मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
10 लोगों को किया गिरफ्तार
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा फर्जी टीआरपी घोटाले की जांच कर रही है। पुलिस का आरोप है कि टीआरपी घोटाले में रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क भी शामिल है। इस मामले में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने अब तक 10 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं अब इस मामले में रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क ने घनश्याम सिंह की भी गिरफ्तारी की गई है। पुलिस ने मंगलवार सुबह सिंह को उनके घर से गिरफ्तार किया था। इन्हें गिरफ्तार करने के बाद मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया। जहां से इन्हें 13 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
दरअसल इस मामले में गिरफ्तार आरोपी अभिषेक कोलावड़े ने पुलिस को बताया था कि घनश्याम सिंह ने जनवरी से जुलाई 2020 के बीच उसे हवाला रैकेट से 15 लाख रुपये भेजे थे। अभिषेक कोलावड़े के इस खुलासे के बाद घनश्याम सिंह को गिरफ्तार किया गया। मुंबई पुलिस का दावा है कि टीआरपी घोटाले में कई चैनल शामिल हैं। हालांकि इस दावे की सच्चाई आज तक सामने नहीं आयी और राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित यह आरोप लगाया गया था