धार्मिक

इस वजह से गोवर्धन पूजा के दिन खाया जाता है कढ़ी चावल, कान्हा से है स्पेशल कनेक्शन

त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है। आने वाले दिनों में धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा और छठ पूजा जैसे कई बड़े त्योहार मनाए जाएंगे। इसके लिए इन दिनों पूरे देश में  तैयारियां जोरों शोरों से चल रही हैं। त्योहारों के दौरान लोग न सिर्फ खुशियां बांटते हैं बल्कि मिठाइयों के साथ साथ अनेक पकवान भी खाते हैं।

दरअसल भारतीय त्योहारों का संबंध मौसम और खाने के साथ होता है। ऐसे में हर त्योहार में खाने के लिए कुछ न कुछ स्पेशल पकवान जरूर बनाया जाता है। इन पकवानों का भी विशेष महत्व होता है। दशहरे में जलेबियां, करवा चौथ पर फेनियां और मट्ठियां, धनतेरस में बताशे और दीपावली में कई तरह की मिठाइयां खाई जाती हैं। वहीं गोवर्धन पूजा पर कढ़ी चावल खाने की परंपरा है। ऐसे में आज हम इस आर्टिकल में गोवर्धन पूजा के दिन कढ़ी चावल खाने के महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं…

जानिए कढ़ी-चावल खाने का महत्व

मालूम हो कि दीपावली के ठीक अगले दिन गोवर्धन पूजा का त्यौहार मनाया जाता है। ये भी हिंदू धर्म का एक बड़ा त्यौहार है, दरअसल इस दिन हिंदू धर्म को मानने वाले घरों में गाय की पूजा की जाती है। साथ ही भगवान को कढ़ी चावल का भोग लगाया जाता है। बता दें कि गोवर्धन पूजा के दिन कढ़ी-चावल खाने के दो महत्व हैं। आइये जानते हैं, क्या हैं ये दोनों महत्व…

पौराणिक कथाओं में इस बात का उल्लेख है कि द्वापर युग में श्रीकृष्ण ने गोकुल वासियों को बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत उठाया था और श्रीकृष्ण ने गौवंश और प्रकृति के महत्व के बारे में भी बताया था। इसलिए गोवर्धन पूजा पर दूध, दही और छाछ का विशेष महत्व होता है और छाछ से बनी कढ़ी चावल का भोग लगाया जाता है।

वहीं कढ़ी चावल का सेवन स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी है। इसलिए गोवर्धन पूजा के दिन कढ़ी चावल का भोग लगाकर बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हुए पूरा परिवार कढ़ी चावल का सेवन करता है।

ये हैं कढ़ी चावल खाने के फायदे...

मालूम हो कि कढ़ी दूध से बनी छाछ से तैयार की जाती है, जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। कढ़ी को स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर बताया जाता है, क्योंकि ये हल्के भोजन की श्रेणी में आता है।। साथ ही कढ़ी में प्रोटीन, कैल्शियम और फॉस्फोरस काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है।

गोवर्धन पूजा के दिन लोहे की कढ़ाई से कढ़ी बनाई जाती है। जिसकी वजह से इसमें भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। कढ़ी में एंटीइंफ्लामेट्री गुण होते हैं, जो कई रोगों को जड़ से खत्म करने में मददगार है।

इसले अलावा ये शरीर के अंदरूनी सूजन को बढ़ने से भी रोकते हैं। कढ़ी से पेट के कई संक्रमण भी दूर होते हैं। साथ ही ये मुंह के छालों के लिए भी ये रामबाण है। इसके अलावा कढ़ी चावल खाने से पाचन तंत्र भी स्वस्थ बना रहता है। कढ़ी में भरपूर मात्रा में स्टार्च भी पाया जाता है, जो आपको कई रोगों से बचाता है। साथ ही इसको स्वस्थ आंतों के लिए भी लाभदायक बताया गया है।

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