होली में लड़का-लड़की एक-दूसरे पर डाल दे रंग तो करनी पड़ती है शादी, बेहद अनोखी है यह परंपरा
हमारे देश को त्यौहारों का देश भी कहा जाता है. यह हर दिन कोई न कोई त्यौहार होता है. ऐसा ही एक बड़ा त्यौहार है होली. हिन्दुओं के सबसे बड़े त्यौहार में से एक के रुप में पहचाना रखने वाले होली महापर्व को आने में अभी काफी समय शेष है. हालांकि अपने अनोखे अंदाज और परंपराओं के चलते यह त्यौहार हमेशा से सुर्ख़ियों में बना रहता है.
होली के त्यौहार को रंगों का त्यौहार कहा जाता है. होलिका दहन और रंग-गुलाल से होली खेलने का अंदाज़ हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है. साथ ही इससे जुड़ी कई तरह की परंपराएं भी लोगों को अपनी ओर खींच लेती है.
ऐसे में आज हम आपको होली महापर्व की ऐसी ही एक अनोखी परंपरा के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जहां अगर कोई लड़का या लड़की एक-दूसरे पर होली के दौरान रंग डाल दे तो फिर उन्हें शादी के बंधन में बंधना पड़ता है.
आज हम बात कर रहे हैं आपसे झारखंड के जमशेदपुर की होली के बारे में. ख़ास बात यह है कि यह आदिवासी बहुल इलाके में बिना रंग के होली खेली जाती है.
रंग का उपयोग न कर लोग यह महज पानी से होली खेलते हैं. वहीं यह पर परंपरा है कि अगर कोई लड़की-लड़का आपस में एक-दूसरे को रंग लगा दे तो फिर उन्हें शादी करना पड़ती है.
इस अनोखी परंपरा के चलते यहां पर महज पानी से ही होली खेली जाती है. लड़का-लड़की होली के दौरान काफी संभलकर रहते हैं. ढोल-ताशों के साथ सभी लोग नाचते हुए होली खेलते हैं और एक-दूसरे पर केवल पानी डालते हैं.
बताया जाता है कि होली के कुछ दिनों पहले ही यहां पर आदिवासी समाज के लोग होली खेलने लग जाते हैं. यहां की होली पूरे देश में अपना एक विशेष स्थान रखती है. रातभर समाज के लोग एक-दूसरे पर पानी डालकर होली जैसे त्यौहार की खुशियां मनाते हैं. इस दौरान सभी लोग अपनी पारंपरिक ड्रेस में भी नज़र आते हैं. उनकी वेशभूषा इस त्यौहार को और भी ख़ास बना देती है.