गिरवी रखी प्रॉपर्टी को बेचकर पति-पत्नी ने की 6 करोड़ रुपए की ठगी, पुलिस ने कई जगह की इनकी तलाश..
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एक दंपत्ति को ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार इस दंपत्ति ने धोखे से करोड़ों रुपए की ठगी की थी। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त ओपी मिश्रा ने बताया कि कालिंदी कॉलोनी निवासी मदन मोहन एक कारोबारी है और इन्होंने बैंक में गिरवी रखी प्रॉपर्टी को बेचकर 6 करोड़ की ठगी की है। इस ठगी में मदन मोहन की पत्नी भी शामिल थी।
ओपी मिश्रा ने बताया कि मदन मोहन मित्तल का धातु का कारोबार है और ये अपनी कंपनी जेईई सीईई का निदेशक भी हैं। मदन मोहन की पत्नी भी उसके कारोबार में उसकी मदद करती हैं। साल 2019 में मदन मोहन मित्तल के खिलाफ अनिल अग्रवाल नाम एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज करवाई थी। इसी शिकायत के आधार पर पुलिस ने मदन मोहन मित्तल और उनकी पत्नी को गिरफ्तार किया है।
अनिल अग्रवाल ने अपनी शिकायत में कहा कि वह प्रॉपर्टी खरीदने के सिलसिले में दलाल संजय अग्रवाल से मिला था। संजय अग्रवाल ने ही साल 2014 में मदन मोहन और उसकी पत्नी की मुलाकात उससे करवाई। इन्होंने अनिल अग्रवाल को अपनी प्रॉपर्टी दिखाई, जो कि उन्होंने पसंद आ गई। साल 2015 में इन्होंने एक एग्रीमेंट साइन किया और अनिल अग्रवाल ने दंपती को 6 करोड़ रुपये दिए। आरोपी ने प्रॉपर्टी उनके नाम करने की तारीख 30 नवंबर 2015 तय की थी। लेकिन बाद में तारीख को बढ़ा दिया और अगस्त 2016 कर दिया।
इसी बीच अनिल अग्रवाल को पता चला कि वो जिस प्रॉपर्टी को खरीद रहे हैं, उसे दंपती ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में गिरवी रखा हुआ है। जिसके बाद अनिल अग्रवाल ने आर्थिक अपराध शाखा में केस दर्ज करवा दिया। आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले की जांच शुरू की। जांच में आर्थिक अपराध शाखा ने पाया कि आरोपियों ने ठगी करने के लिए ही प्रॉपर्टी को बेचा है। पुलिस ने कई जगह इनकी तलाश की और सोमवार को दंपती को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने इन्हें इनके घर से ही पकड़ा है।