स्वास्थ्य

सर्दियों में रामबाण से कम नहीं है सौंफ की चाय, इन बीमारियों को रखती हैं दूर

घर, होटल,रेस्टॉरेंट और पार्टियों में इस्तेमाल किए जाने वाले सौंफ के कई फायदे हैं। सौंफ से शरीर ठंडा रहता है और याद्दाश्त भी अच्छी रहती है। यही नहीं बल्कि सर्दियों के मौसम में सौंफ खाने के कई फायदे हैं। कई बार डॉक्टर भी खाना खाने के बाद सौंफ खाने की सलाह देते हैं।

दरअसल सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन और पोटैशियम जैसे कई खनिज तत्व पाए जाते हैं। साथ ही इसकी सुगंध भी काफी अच्छी होती है, जो माउथ फ्रेशनर का काम करती है। ऐसे में अगर आप खाना खाने के बाद थोड़ा सा सौंफ खाएंगे तो इसेस ताजगी का एहसास होता है।

हालांकि कई लोग होते हैं, जिन्हें सौंफ खाना बिल्कुल भी पसंद नहीं होता है, मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि सौंफ खान से कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ होते हैं। ये शरीर के लिए काफी लाभदायक है।

आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगों का खान पान काफी अनहैल्दी हो गया है, जिसकी वजह से लोग कई तरह की गंभीर बीमारियों से पीड़ित होते जा रहे हैं। ऐसे में सौंफ आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है।

सौंंफ को न केवल चबाकर खाने में फायदा है बल्कि इसकी चाय बनाकर पीने से भी कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिलते हैं। सादे चाय की जगह सौंफ वाली चाय पीने से कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। आइये जानते हैं, इससे होने वाले फायदों के बारे में…

सर्दी-जुकाम से मिलेगी राहत

सर्दी का मौसम कई लोगों के लिए काफी तकलीफदेह होता है, खासकर उन लोगों के लिए जिनका इम्यून सिस्टम काफी कमजोर है और जो बहुत जल्दी सर्दी जुकाम के चपेट में आते हैं। ऐसे लोगों के लिए सौंफ वाली चाय किसी औषधि से कम नही हैं।

सौंफ

सौंफ वाली चाय के सेवन से सर्दी जुकाम और लंबे समय तक रहने वाली खांसी से निजात मिलती है। यही नहीं बल्कि सर्दी के चलते शरीर में जो भी प्रभाव पड़ता है, उन्हें कम करने में भी सौंफ काफी अहम भूमिका निभाता है। अगर आपको काली चाय पसंद नहीं है तो आप दूध वाली चाय में भी सौंफ डालकर पी सकते हैं।

सौंफ की चाय से दूर होगा फैटी लीवर

सौंफ में ऐसे कई औषधीय गुण होते हैं, जिससे फैटी लीवर दूर होता है। इसमें मौजूद तत्व लीवर के आसपास फैट की मात्रा को बढ़ने से रोकते हैं। इससे लीवर ज्यादा समय तक हैल्दी बना रहता है।

सौंफ

सौंफ में ऐसे कई प्रकार के Detoxifying elements भी होते हैं, जो शरीर में मौजूद टॉक्सिक एलीमेंट को बाहर निकालने में मदद करते हैं। सौंफ के दानों में एंटी इनफ्लेमैटरी गुण मौजूद होते हैं, जिससे लीवर का सूजन कम होता है।

उच्च रक्तचाप रहेगा नियंत्रित

अगर आप उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं, तो आपको सौंफ वाली चाय जरूर पीनी चाहिए। सौंफ से उच्च रक्तचाप को काबू करने में काफी मदद मिलती है। सौंफ में पोटैशियम मौजूद होता है, जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है और ब्लड वेसल्स में ब्लड के फ्लो को सुचारू रूप से बनाए रखने में काफी मदद मिलती है।

खून साफ करने में मददगार

सौंफ खान के अनेकों फायदे हैं। जिनमें से एक फायदा ये भी है कि इससे खून साफ होता है। सौंफ में ऐसे कई प्रकार के डिटॉक्सीफाइंग तत्व पाए जाते हैं, जिससे खून साफ होता है।

 दूर होंगी पाचन समस्याएं

अधिक तैलीय पदार्थ खान से पाचन प्रक्रिया काफी प्रभावित होती है। लिहाजा पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए सौंफ खाना एक कारगर उपाय है। इससे कब्ज, गैस और पेट में सूजन जैसी तमाम समस्याएं दूर होती हैं। ऐसे में अगर आपको सौंफ चबाकर खाना पसंद नहीं है, तो आप सौंफ की चाय भी पी सकते हैं।

पीरियड्स क्रैम्प्स से मिलेगी निजात

सौंफ की चाय उन महिलाओं के लिए भी काफी फायदेमंद है, जिन्हें महावारी के दौरान अत्यधिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सौंफ की चाय काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।

दरअसल मसल स्पास्म के कारण कई महिलाओं को महावारी के दौरान Periods cramps का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सौंफ की चाय पीना काफी फायदेमंद होता है, क्योंकि इससे शरीर में गर्माहट आती है और पीरियड्स के दर्द में राहत मिलती है।

कैसे बनाएं सौंफ की चाय

सौंफ की चाय बनाने के लिए सिर्फ एक छोटा चम्मच सौंफ और पानी की ही जरूरत पड़ती है। आइये जानते हैं, आखिर ये औषधीय गुणों से भरा चाय कैसे बनता है।

सर्वप्रथम एक बर्तन में पानी डाल लें और उसे कुछ देर तक उबालने के बाद उसमें सौंफ मिला दें। ध्यान रखें सौंफ डालने के बाद पानी को बिल्कुल भी नहीं उबालना है। ऐसा करने से सौंफ में मौजूद सभी गुण खत्म हो जाते हैं।

ध्यान रहे सौंफ की चाय में शक्कर बिल्कुल भी ना डालें। मान जाता है कि शक्कर डालने के बाद सौंफ अपना औषधीय गुण नहीं दिखा पाता है। दूध डाल सकते हैं, मगर कोशिश करें कि सिर्फ सौंफ वाली चाय ही पीएं।

सौंफ और पानी को उबालने के बाद उसे कुछ देर बर्तन में ही रहने दें। यानि इसे एकदम गरम नहीं पीना चाहिए। सौंफ को छान लें, उसके बाद ही पीएं।

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