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शादियों में बच्चों से चोरी करवाता है ‘बैंड बाजा बारात’ गैंग, माता-पिता से लीज पर खरीदते हैं बच्चे

दिल्ली पुलिस ने लोगों को ‘बैंड बाजा बारात’ गिरोह से सावधान रहने को कहा है। दिल्ली पुलिस की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है और कहा गया है कि शादी के सीजन में लोग जरा संभलकर रहें। दिल्ली पुलिस के अनुसार ‘बैंड बाजा बारात’ गिरोह के तहत बच्चों को चोरी करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। नौ से 15 साल के बच्चों को लीज पर उनके माता पिता से खरीदा जाता है और फिर ये बच्चे शादियों में घुसकर चोरी किया करते हैं। अभी तक ये बच्चे कई शादियों से कीमत सामान चोरी कर चुके हैं।

इन बच्चों को शादियों में भेजा जाता है। जहां पर ये पैसे और गहनें चुराने का काम करते हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक ये गिरोह दिल्ली-एनसीआर, लुधियाना और चंडीगढ़ जैसे शहरों में सक्रिया है। इन शहरों में होने वाली शादी में ये चोरी किया करते हैं। चोरी कैसे की जाए इसके लिए बच्चों को ट्रेंनिंग तक दी जाती है।

पुलिस के अनुसार इस गिरोह द्वारा मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले से बच्चे खरीदे जाते हैं। उसके बाद इन बच्चों को चोरी की ट्रेंनिंग दी जाती है। बड़ी शादियों में जाकर ये बच्चे नकदी और गहने चुराने का काम करते हैं। पुलिस के मुताबिक इसमें इनके माता पिता भी शामिल हैं। ये अपने बच्चों को ऐसे कामों के लिए ‘नीलाम’ कर देते हैं। ‘बैंड बाजा बारात’ गिरोह का हिस्सा बनने के लिए नौ साल से 15 साल की उम्र के बच्चों को उनके माता-पिता खरीदा जाता है या फिर लीज पर लिया जाता है। जिसके लिए सालाना 10 से 12 लाख रुपए दिए जाते हैं।

डीसीपी क्राइम भीष्म सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के कुछ ही गांवों में ऐसे गिरोह सक्रिय हैं। जो बच्चों को चोरी के लिए इस्तेमाल करते हैं। इन बच्चों को नीलामी में खरीदा जाता है। उसके बाद इनको प्रशिक्षण दिया जाता है। इन्हें सिखाया जाता है कि कैसे शादी में घुसकर वहां से नकदी, आभूषणों के बैग और अन्य कीमती सामानों को चुराया जाए।

भीष्म सिंह के अनुसार बच्चों को खरीदने के बाद उन्हें महानगरों में लाया जाता है और यहां पर उन्हें एक साथ प्रशिक्षण दिया जाता है। बच्चों को मानसिक और शारीरिक तौर पर तैयार किया जाता है। साथ ही बच्चों को ये भी सिखाया जाता है कि अगर उनको कोई पकड़ ले या पुलिस गिरफ्तारी कर लें तो क्या बोलना है।

शादी के दौरान बच्चों पर कोई संदेह ना करें इसके लिए बच्चों को अच्छे कपड़े पहनाए जाते हैं और खाने-पीने का तरीका सिखाया जाता है। इस गिरोह में शामिल पुरुष और महिलाएं बच्चों को शादी समाहोर में भेजने के बाद बाहर उनका इंतजार करते हैं। जैसे ही बच्चे चोरी करके आते हैं तो ये फरार हो जाते हैं।

किया गया 7 लोगों क गिरफ्तार

हाल ही में पुलिस की ओर से इस गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें से दो बच्चे हैं। पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि कैसे वो चोरी करते हैं। इन लोगों ने अभी तक दिल्ली और पंजाब में चोरियां की हैं।

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