चाणक्य नीति: सुखी जीवन का बस एक ही राज, हर सुबह पत्नी पति के साथ करे ये 4 काम
आचार्य चाणक्य को एक लोकप्रिय शिक्षक, दार्शनिक, अर्थशास्त्री, न्यायविद और शाही सलाहकार के रूप में जाना जाता है. आचार्य चाणक्य पाटलीपुत्र के महान विद्वान थे. इतने बड़े साम्राज्य के मंत्री होने के बाद भी वह एक साधारण सी कुटिया में रहना पसंद करते थे. साथ ही वे बेहद ही सादा जीवन जीने में यकीन रखते थे.
चाणक्य ने अपने जीवन से मिले कुछ अनुभवों को एक किताब ‘चाणक्य नीति’ में जगह दी है. आचार्य चाणक्य की नीति ग्रंथ में मनुष्य के लिए कई नीतियों का उल्लेख है. यदि मनुष्य अपने जीवनकाल में इन नीतियों का अनुसरण करता है तो उसका जीवन सुखमय हो जाता है.
पति-पत्नी का रिश्ता सात जन्मों का होता है. आस-पास मौजूद एनर्जी भी इस बात में बड़ी भूमिका निभाती है कि पति-पत्नी के रिश्ते अच्छे होंगे या बुरे. ऐसे में पत्नी-पत्नी के लिए बहुत जरुरी हो जाता है कि वे अपने आस-पास सकारात्मक उर्जा रखें और नकारात्मक उर्जा का नामोनिशान न हो.
किसी भी दिन को सफल बनाने के लिए यह बहुत मायने रखता है कि आप अपने दिन की शुरुआत किस तरह कर रहे हैं. चाणक्य ने कुछ ऐसे खास कामों का जिक्र किया है, जिसे एक महिला सुबह उठने के बाद यदि अपने पति के साथ करती है तो रिश्ते बहुत मधुर बन जाते हैं. तो आइये जानते हैं उन कामों के बारे में..
योगा
वैसे तो सुबह-सुबह योगा हर किसी को करना चाहिए, लेकिन यदि पति-पत्नी साथ में मिलकर सुबह योगा करते हैं तो इससे न सिर्फ दोनों स्वस्थ रहेंगे, बल्कि दोनों का दिमाग भी शांत रहेगा. योगा करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचालन भी होता है, जिससे दंपत्ति के बीच लड़ाई-झगड़े होने के चांसेज बहुत कम होते हैं. योगा की वजह से दोनों का दिन भी अच्छा गुजरता है.
प्रेम
यदि पति-पत्नी प्रेम के साथ अपने दिन की शुरुआत करते हैं तो उनका पूरा दिन यकीनन अच्छा गुजरेगा. प्रेम से दिन की शुरुआत करने से मूड भी फ्रेश रहता है और आप पूरे दिन जोश और उत्साह से भरे होते हैं. ऐसा होने पर आप किसी भी कार्य को पूरे मन से करते हैं. सुबह-सुबह एक-दूसरे के प्रति प्रेम जाहिर करने से आपस में विश्वास भी कायम रहता है. ऐसे में पति-पत्नी सुबह उठ कर एक-दूसरे से प्यार अवश्य करें.
पूजा-पाठ
यदि पति-पत्नी सुबह-सुबह पूजा-पाठ करके एक साथ भगवान का आशीर्वाद लेते हैं तो उनका दिन अच्छा और शांतिपूर्ण बीतता है. इससे आपके शरीर में सकारात्मक उर्जा का प्रवाह भी होता है. इसलिए पति-पत्नी को एक साथ पूजा कर भगवान का सुबह-सुबह आशीर्वाद ले लेना चाहिए.
तुलसी में जल
सुबह स्नान करके पूजा-पाठ कर लेना तो वैसे ही अच्छा माना जाता है, लेकिन यदि सुबह के समय पति-पत्नी दोनों स्नान करने के बाद एक साथ तुलसी माता को जल चढ़ाते हैं तो दोनों की जोड़ी ताउम्र यूं ही बनी रहती है. अच्छी जोड़ी को देखकर आस-पास के लोग भी कामना करने लगते हैं कि उनकी भी जोड़ी अपने पार्टनर के साथ ऐसे ही बनी रहे. ऐसे लोगों को वैवाहिक जीवन में कभी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता.
पढ़ें Chanakya Niti: चाणक्य की ये 3 बातें आपको बना सकती है करोड़पति, जानिए क्या करना होगा