बेटी का कन्यादान करने के बाद मां बनीं दुल्हन, देवर संग लिए सात फेरे
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में अनोखी शादी देखने को मिली है, जहां पर एक मां और बेटी ने एक ही मंडप पर विवाह किया है। मां ने पहले अपना फर्ज निभाते हुए बेटी का कन्यादान किया। उसका बाद खुद दुल्हन बनकर साथ फेरे लिए। दरअसल गोरखपुर जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादियां करवाई जा रही थी और एक ही मंडप पर कई सारी शादियां करवाई गई हैं। इसी दौरान एक महिला व उसकी बेटी ने भी शादी की। महिला ने पहले अपनी बेटी का विवाह करवाया। बेटी का विवाह होने के बाद महिला दुल्हन की तरह तैयार हुई और अपने देवर के साथ शादी कर ली है।
पिपरौली ब्लॉक के एक गांव में रहने वाली मां और बेटी ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अपना नाम लिखवाया था। जिसके बाद एक ही मंडप में इन्होंने विवाह किया। बेला देवी के कुल पांच बच्चे हैं। जिसमें से ये चार की शादी कर चुकी हैं। इस योजना के तहत बेला देवी ने अपनी छोटी बेटी इंदू की शादी पाली के राहुल से करवाई। वहीं बेटी का विवाह करवाने के बाद बेला देवी ने अपने देवर जगदीश के साथ फेरे लिए।
बेला देवी ने शादी करने से पहले अपने बच्चों और परिवार के अन्य लोगों से रजामंदी ली। परिवार के लोगों के हां करने के बाद ही इन्होंने शादी करने का फैसला किया। बेला देवी 25 सालों से अकेली थी। 25 साल पहले इनके पति का निधन हो गया था। जिसके बाद से इन्होंने अपने परिवार की जम्मेदारी संभाली और अपने बच्चों को पाला। पहले पति से बेला के दो बेटे और तीन बेटियां हैं।
पिपरौली ब्लॉक के कुरमौल निवासी जगदीश तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं और इनकी आयु 55 साल की है। बेला देवी व उनके परिवार के लोग जगदीश को अच्छे से जानते थे। इसलिए उनके साथ बेला देवी की शादी को राजी हो गए। इनके जिले में जब मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत विवाह करवाए जाने लगा। तो इन्होंने अपना नाम भी योजना में लिखवा दिया और एक दूसरे से विवाह कर लिया। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 63 जोड़ों की शादियां करवाई गई हैं। इस दौरान हर किसी की नजर बेला देवी और उनकी बेटी के विवाह पर थी।