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उड़ीसा बस में तस्करी: पश्चिम बंगाल से कटक जा रही बस में 600 पक्षी, 60 खरगोश बरामद

पश्चिम बंगाल के हल्दिया से उड़ीसा के कटक जा रही बस में पशु, पक्षी की तस्करी की जा रही थी। इस संबंध में बादामबाड़ी पुलिस थाना को सूचना हाथ लगते ही बस को रोककर छानबीन शुरू की गई और तलाशी में पुलिस ने बस के डिक्की में से 600 पक्षी, 60 खरगोश और 20 गिनी पिग बरामद किए हैं।

पशु पक्षी बरामद करने के साथ ही बस के ड्राइवर और हेल्पर को पुलिस ने हिरासत में लेकर सघन पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर इनके तार कहां से जुड़े हैं और इन जानवरों को हल्दिया से कटक ले जाकर कहां और कैसे बेचते थे। पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन गंभीर रूप से कर रही है।

ऐसे पुलिस के हत्थे चढ़े पशु-पक्षी के तस्कर

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पश्चिम बंगाल के हल्दिया से महालक्ष्मी बस WB 76A 5337 में बड़ी चालाकी से बस की डिक्की में पशु पक्षियों को उड़ीसा के कटक ले जाया जा रहा था। बस बादामबाड़ी पहुंची तो बस के डिक्की से पक्षियों की आवाज सुनाई देने लगी।

पक्षियों की आवाज सुन पुलिस चौकन्नी हो गई और बस ड्राइवर से डिक्की खोलने को कहा। ड्राइवर डिक्की खोलने के लिए बहाने बनाता रहा, मगर पुलिस के दबाव में उसे डिक्की खोलना पड़ा।

डिक्की खुला तो सभी वहां के दृश्य देखकर हैरान रह गए। डिक्की के अंदर कबूतर, प्रिंस और लभ आदि कई तरह के पक्षी , खरगोश और गिनी पिग थे। बरामद करने के बाद बदामबाड़ी पुलिस ने भुवेश्वर में स्थित एनिमल वेलफेयर ट्रस्ट को हस्ताक्षर किए।

बता दें कि तस्करी के दौरान एक पक्षी और एक खरगोश की मौत हो गई थी, वहीं कईयों की हालत खराब हो चुकी थी। इसके बाद ऐसे पशु पक्षियों को जिनकी हालत खराब थी, उन्हें एक अलग गाड़ी में ट्रस्ट के सदस्य इलाज के लिए लेकर अस्पताल पहुंचे।

एनिमल वेलफेयर ट्रस्ट के मुखिया पूर्वी पात्र का कहना है कि पशु-पक्षियों का इस तरह से तस्करी करना बहुत ही दर्दनाक है। साथ ही बस बहुत ही असुरक्षित तरीके से चलाया गया, जिसकी वजह से कईयों की मौत हो गई है।

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