आंदोलन पर बैठे किसानों को दिए जा रहे हैं देसी घी के लड्डू व जलेबी, ताकि न लग सके सर्दी- देखें

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किसान आंदोलन में पंजाब व हरियाणा के किसान बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और किसानों के कई जत्थे दिल्ली की ओर रवाना हो रहे हैं। जबिक पंजाब व हरियाणा में कई जगह पर किसान धरने पर बैठे हुए हैं और सरकार से कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच किसानों की सेहत सही बनीं रहे और उन्हें सर्दी ना लगे। इसके लिए किसानों के लिए देसी घी में जलेबियां, लड्डू, बूंदी और इत्यादि चीजें बनाई जा रही हैं।
पकवान बनाने वाले लोगों का कहना है कि किसानों की तबीयत ठीक रहे इसके लिए सभी पकवान देसी घी से तैयार किये जा रहे हैं। ये पकवान गांव के लोग मिलकर बना रहे हैं। जो भी किसानों के जत्थे आसपास से गुजर रहे हैं, उनको ये पकवान खाने को दिए जा रहे हैं।
फतेहाबाद से होकर गुजरने वाली NH-9 पर इन पकवानों को बनाया जा रहा है। इन पकवानों को बनाने के लिए बड़ी संख्या में गांव के लोग लगे हुए हैं। गांव के लोग देसी घी की जलेबियां, लड्डू, बूंदी और साथ में भुजिया व ड्राईफ्रूट तैयार कर रह हैं। पकवान बनाने वाले लोगों का कहना है कि किसान स्वस्थ रहें, इसके लिए सभी पकवान देसी घी में तैयार किये जा रहे हैं।
आकावाली के ग्रामीण मोहन गढ़वाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किसान आंदोलन को लेकर हम लोगों के अंदर जोश है। जब तक सरकार ये कानून वापस नहीं लेती है। तब तक आंदोलन जारी रहेगा। हरियाणा पंजाब का छोटा भाई है। आंदोलन चाहे 2 साल तक चले। किसान अपने हक के लिए डटे रहेंगे। हम खाना बनाकर किसानों तक पहुंचा रहे हैं।
यहां पर बन रहे पकवान को दिल्ली में आंदोलन पर बैठे किसानों तक भी पहुंचाया जा रहा है। किसानों की सेवा के लिए गांव के लोगों की ड्यूटियां लगाई जा रही हैं। ग्रामीण के लोग खाने के सामानों को दिल्ली बॉर्डर पर लेकर जा रहे हैं।
दिल्ली बॉर्डर पर काफी संख्या में किसान आंदोलन कर रहे हैं। वहीं इस समय मौसम काफी ठंडा हो गया है। जिसकी वजह से किसानों की सेहत खराब हो रही हैं। किसानों की सेहत सही बनीं रहे इसके लिए बॉर्डरों पर भी किसानों के लिए देसी घी में पकवान बनाए जा रहे हैं और उन्हें गर्म कपड़े भी दिए जा रहे हैं। ताकि उनकी शरीर अंदर से गर्म रहे।