साल 2021 में बदलेगी देश नेताओं की किस्मत, जाने कैसी रहेगा पीएम मोदी के लिए ये साल?

साल 2020 न सिर्फ भारत के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए उथल पुथल भरा रहा है। इस साल कोरोना वैश्विक महामारी ने पूरे विश्व के सामने कई चुनौतियां पेश की हैं, तो वहीं भारत की बात करें तो यहां कोरोना के अलावा आर्थिक मंदी एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है।
इसके अलावा रोजगार और पड़ोसी देशों से तनातनी के मामले में भी भारत सालभर उलझा रहा। ऐसे में आने वाले साल यानी 2021 से लोगों को काफी उम्मीदें हैं, लेकिन ज्योतिर्विद बताते हैं कि साल 2021 भी बेहद चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। जी हां, ग्रह नक्षत्रों की स्थिति कुछ ऐसी बन रही है कि 2021 भी ज्यादा बेहतर नहीं रहेगा।
दरअसल शनि-गुरू की महायुति और राहु के वृष राशि में गोचर से साल 2021 भी कुछ खास नहीं रहेगा, इस वर्ष भी लोगों को चुनौतियां का सामना करना पड़ सकता है। मेदिनी ज्योतिष की मानें तो शनि-गुरू की महायुति और राहु का वृष राशि में गोचर करना भारत के लिए शुभ फलदायी नहीं होता है।
ज्योतिषियों की मानें तो भारत के सामने कुछ बड़े संकट आ सकते हैं। ऐसे में 2021 में भारत की स्थिति कुछ खास नहीं रहने वाली है। ऐसे में आज हम इस आर्टिकल में आपको भारत के कुछ बड़े नेताओं की कुंडली में चल रही ग्रह दशाओं के बारे में बताने वाले हैं। जिससे ये पता चलेगा कि क्या भारत में राजनीतिक करवट बदलने वाली है। आइये जानते हैं, 2021 में देश के नेताओं का कैसा रहेगा हाल…
कैसा रहेगा राहुल गांधी लिए साल 2021
राहुल गांधी का जन्म 19 जून 1970 को हुआ था। ऐसे में उनकी कुंडली तुला लग्न की है। राहु में राहु की कठिन विंशोत्तरी दशा में चलने के कारण राहुल गांधी को वर्तमान में साढ़ेसाती से गुजरना पड़ रहा है।

चंद्रमा से दूसरे घर में और लग्न से चौथे घर में शनि का गोचर हो रहा है, इससे उनके माता के स्वास्थ्य पर बुरा असरे देखने को मिल सकता है। राहु-राहु-शुक्र की दशा में वर्ष 2021 के पहले 6 महीने राजनीतिक दृष्टिकोण से राहुल गांधी के लिए शुभ रहने वाले हैं।
शुक्र के दशम भाव में होने के कारण कुछ राजनीतिक सफलताएं मिल सकती हैं। लिहाजा कांग्रेस पार्टी के केरल, बंगाल, असम, तमिलनाडु में होने वाले आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने के योग हैं। किंतु साल के अंत में माता की सेहत चिंताजनक रहेगी। साथ ही राहुल गांधी खुद किसी राजनीतिक मुकदमेबाजी या किसी विवाद में फंस सकते हैं।
नरेंद्र मोदी 2021 में ले सकते हैं कोई बड़ा फैसला
17 दिसंबर 1950 को जन्मे नरेंद्र मोदी के लिए साल 2021 कुछ खास नहीं रहेगा। 2021 में इनके कुंडली में चंद्र-मंगल योग बन रहा है। 2020 के अंत में ही इनकी कुंडली में मंगल की दशा लग चुकी है, जिसकी वजह से इन्हें किसानों के बड़े आंदोलन का सामान करना पड़ रहा है। ये आंदोलन आगे चलकर समाज के दूसरे वर्गों में भी नाराजगी पैदा कर सकती है, जिससे पीएम मोदी की समस्याएं बढ़ने वाली हैं।

नरेंद्र मोदी की नवांश कुंडली में मंगल नीच राशि में है और जन्म कुंडली में वक्री गुरू के साथ नक्षत्र परिवर्तन योग में हैं। इन योगों के प्रभाव में पीएम मोदी को कुछ बड़े कदम उठाने पड़ सकते हैं। इस फैसले के केंद्र में कोई आर्थिक मुद्दा हो सकता है।
मंगल में मंगल और मंगल में राहु की विंशोत्तरी दशा में चल रहे पीएम मोदी विपक्षी नेताओं पर कोई सख्त संवैधानिक और कानूनी प्रक्रिया से अंकुश लगाने का प्रयास भी कर सकते हैं। मगर इनकी कुंडली में सप्तम भाव को देखकर यही लगता है कि पीएम मोदी आने वाले दिनों में कोई आक्रामक रणनीतिक कदम उठाएंगे।
चौंकाने वाला कदम उठा सकते हैं अमित शाह
22 अक्टूबर 1964 को पैदा हुए वर्तमान गृह मंत्री अमित शाह की जन्म कुंडली लग्न कन्या है। लिहाजा इनकी कुंडली में चंद्रमा मेष राशि में अष्टम भाव में बैठा है, इस भाव को रहस्य भाव कहा जाता है। चंद्रमा अपने राशि अधिपति मंगल के साथ परिवर्तन योग बना रहे हैं।

राहु में मंगल की दशा छिद्र में चल रहे अमित शाह 2021 में कुछ चौंकाने वाले कदम उठा सकते हैं। इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि गृह मंत्री अमित शाह नागरिक रजिस्टर, नागरिकता संशोधन कानून और समान नागरिक संहिता जैसे कानूनों को साल के शुरूआत में ही लागू करेंगे।
अमित शाह समान नागरिक संहिता बिल संसद के शुरूआती सत्र यानी बजट सत्र में ही पेश कर सकते हैं, इससे राजनीतिक सरगर्मी बढ़ सकती है। इसके अतिरिक्त राहु और मंगल उनकी कुंडली में दूसरे और बारहवें स्थान में मौजूद हैं, इससे द्विद्वादश योग बन रहा है जो शुभ फल नहीं देता है। ऐसे में उनके फैसलों का विरोध भी हो सकता है।
विवादों में घिर सकते हैं योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को हुआ था, ऐसे में उनकी कुंडली सिंह लग्न की है। चंद्रमा इनकी कुंडली में कुंभ राशि में विराजमान है। हाल में इनके केतु में राहु की अशुभ विंशोत्तरी दशा चल रही है।

साथ ही मकर राशि में गोचर कर रहे शनि उनके जन्मकालीन चंद्र से बारहवें घर में होकर साढ़ेसाती में चल रहे हैं। केतु योगी आदित्यनाथ की कुंडली के बारहवें स्थान में होकर दशम भाव में बैठे शनि से दृष्ट है। वहीं राहु छठे भाव में है, जो विवाद और लड़ाई झगड़े का भाव है।
राहु पर ग्यारहवें घर में पड़ रही मंगल की क्रूर दृष्टि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कुछ कड़े और विवादास्पद फैसले लेने के लिए प्रेरित कर सकती है। ऐसे में योगी आदित्यनाथ पर सालभर विपक्षी दल हावी रहेंगे, ऐसे में उनके सामने कोई परेशानी भी खड़ी हो सकती है।