स्वास्थ्य

प्रेगनेंसी ही नहीं इन 9 कारणों की वजह से मिस हो सकता है पीरियड्स, न करें नजरअंदाज

आजकल के भागदौड़ भरी जिंदगी में नई नई बीमारियां लोगों को अपने चपेट में लेती जा रही है। इसका बड़ा कारण अनियमित खान पान और रहन सहन है। इसकी वजह से आजकल ज्यादातर महिलाओं को पीरियड्स में देरी की समस्या भी रहती है।
आज के दौर में खासकर युवा उम्र की लड़कियों को पीरियड्स में देरी की समस्या का सामना करना पड़ता है। यही नहीं बल्कि पीरियडस् मीस हो जाने की समस्या आजकल अधिकतर महिलाओं में आम बात हो गई है।

पीरियड्स मीस हो जाने की समस्या को प्रेग्नेंसी ही बताया जाता है, लेकिन कई बार बिना प्रेग्नेंसी से भी पीरियड्स में देरी या मीस हो जाती है। इसकी कई वजहें हो सकती हैं, तो आज हम आपको कुछ ऐसे ही वजहों से रूबरू कराने जा रहे हैं।

तनाव

तनाव का असर शरीर पर कई तरीकों से पड़ता है, इसकी वजह से महिलाओं की पीरियड्स भी प्रभावित होती है। बता दें कि तनाव से  शरीर में GnRH नामक हार्मोन की मात्रा कम हो जाती है, जिसके कारण ओव्यूलेशन या पीरियड्स की समस्या होती है।

इस वजह से खुद को रिलैक्स रखना जरूरी है, ज्यादा तनाव न लें। इसके बावजूद अगर पीरियड्स नियमित नही होता है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें क्योंकि पीरियड्स नहीं होने से कई तरह की समस्याएं होती हैं।

बीमारी

बुखार, सर्दी, खांसी या किसी लंबी बीमारी से आप ग्रसित हैं, तो आपको पीरियड्स में देरी हो सकती है। हालांकि ये अस्थायी होता है और जब आप एक बार बीमारी से ठीक हो जाते हैं तो आपका पीरियड्स फिर से नियमित होने लगता है। ऐसे में इसको लेकर अधिक परेशान न होवें और कोशिश करें कि खुद को बीमारी से दूर रखें।

दिनचर्या में बदलाव

शेड्यूल बदलना, नाइट शिफ्ट में काम करना, शहर से बाहर आना जाना करना, फंक्शन और पार्टी अटेंड करना आजकल के जमाने में आम बात हो गई है। हालांकि इससे शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं।

ऐसे में शरीर जब नए शेड्यूल में फिट होता है, तो आपका पीरियड्स भी अनियमित हो सकता है। कुछ दिनों बाद शरीर को जब नए शेड्यूल की आदत हो जाती है, तो फिर पीरियड्स भी नियमित हो जाते हैं।

ब्रेस्टफीडिंग

ब्रेस्टफीडिंग भी महिलाओं के पीरियड्स अनियमित होने का एक कारण है। कई महिलाओं को नियमित पीरियड्स आने तब तक शुरू नहीं होते हैं, जब तक वो अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराना बंद नहीं कराती हैं।

बर्थ कंट्रोल पिल्स

बर्थ कंट्रोल पिल्स और अन्य दवाईयां भी पीरियड्स के साइकिल को अनियमित कर देती हैं। ऐसी दवाईयां लेने पर पीरियड्स बंद भी हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

मोटापा

मोटापा भी पीरियड्स अनियमित होने का एक बड़ा कारण है। ऐसे में अपने खानपान और सेहत का विशेष ध्यान रखें, अधिक तैलीय पदार्थों के सेवन से बचें। मोटापा पीरियड्स की अनियमितता की एक बड़ी वजह मानी जाती है। लिहाजा अपने शरीर का वजन बढ़ने न दें। अगर शरीर वजनी है, तो रोजाना एक्सरसाइज करें।

प्री मेनोपॉज

प्री मोनोपॉज से पहले महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं, जिसमें पीरियड्स की समस्या भी शामिल है। प्री मोनोपॉज में पीरियड्स या तो देरी से आने लगती है या समय से पहले आती है।

दुबलापन

जो महिलाएं ज्यादा दुबली पतली होती हैं, उनके पीरियड्स भी अनियमित हो सकते हैं। ऐसे में नियमित पीरियड्स के लिए आपको हेल्दी रहना जरूरी है। इसके लिए आपको खान पान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही योगा और एक्सरसाइज को भी आप अपने दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।

थायराइड

गर्दन में मौजूद थायरॉयड ग्रंथि शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है। ये शरीर के कई कार्यों में अहम भूमिका निभाती है। अगर आपको थायराइड संबंधित कोई समस्या है तो इसका असर पीरियड्स पर भी पड़ता है। अगर आपको थायराइड की समस्या है तो पीरियड्स को समय पर लाने के लिए डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।

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