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लव जिहाद: मंदिर न जाना पड़े इसलिए खुद को नास्तिक बताता था वसीम, हिंदू बन 2 साल तक किया शोषण

एक युवक खुद को हिंदू बताकर एक महिला के साथ दो साल तक संबंध बनाता रहा है। लेकिन एक दिन महिला को सच्चाई पता चल गई और वो फौरन थाने पहुंच गई। महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई और पुलिस को बताया कि उसके साथ धोखा हुआ है। लव जिहाद का ये मामला मध्य प्रदेश के उज्जैन का है। पीड़िता के अनुसार वो उज्जैन के मुनिनगर में किराए के मकान में रहती थी। उसी दौरान उसकी मुलाकात एक युवक से हुई। जिसने खुद को हिंदू बताया। इनके बीच शारीरिक संबंध भी बनें। लेकिन बाद में युवक की सच्चाई उसके सामने आई।

शादीशुदा महिला के अनुसार आरोपी दो साल से उसका शारीरिक शोषण कर रहा था। वहीं अब पीड़िता ने पुलिस से मदद मांगी है और आरोपी युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस के अनुसार पीड़िता शादीशुदा है। पीड़िता का विवाह साल 2004 में हुआ था। लेकिन तीन साल बाद पति के साथ विवाद होने के कारण वो अलग रहने लगी। पीड़िता के दो बच्चे भी हैं।

पति से अलग होने के बाद पीड़िता एक किराए के मकान में रहने लगी। पीड़िता ने बताया कि साल 2018 में मुनिनगर में उसके पड़ोस में रहने वाली एक युवती ने उसकी मुलाकात नागदा के विकास बागड़िया नाम के युवक से कराई। धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। विकास ने पीड़िता को शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक शोषण किया। कई समय तक महिला को उसपर शक नहीं हुआ। लेकिन दो दिन पहले ही विकास के पर्स से पीड़िता को ड्राइविंग लाइसेंस मिला। जिसपर उसका नाम वसीम अकरम निवासी बड़नगर लिखा था। पीड़िता के अनुसार विकास जब बाथरूम गया तो उसने उसका पर्स खोलकर देखा। पर्स के अंदर से उसे ड्राइविंग लाइसेंस मिला। जिसके अनुसार वो मुस्लिम था। पीड़िता को विकास पर शक हुआ और उसने विकास से सच्चाई पूछी।

पीड़िता ने बताया कि पहले तो उसने सवालों का जवाब नहीं दिया। लेकिन बाद में सच बता दिया। पीड़िता के अनुसार वसीम ने उसे धोखे में रखा है और उससे शादी करने का वादा किया था। लेकिन जब वो शादी करने को कहती। तो वो इस बात को टाल देता था। लव जिहाद के इस मामले के बारे में महिला थाना प्रभारी ज्योति ने बताया मामले की जांच की जा रही है। आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज किया है।

पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वसीम ने मंगलसूत्र बनवाकर उसे पहनाया था। लेकिन उसके साथ मंदिर जाने से मना कर दिया। जब उसने वजह पूछी तो उसने कहा कि मैं नास्तिक हूं और मंदिर के बाहर की खड़ा रहा। गौरतलब है कि  प्रदेश सरकार धर्म स्वातंत्र्य कानून 2020 लाने जा रही है। इस कानून के तहत 5 से 10 साल तक की सजा का प्रावधान है। राज्य में बढ़ते लव जिहाद के मामलों को देखते हुए ही सरकार की ओर से ये कानून लगाया जा रहा है।

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