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कोरोना के नए रूप से सरकार सकते में, ब्रिटेन से आई उड़ानों में मिले 8 कोरोना संक्रमित

ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया रूप पाए जाने के बाद कई देशों द्वारा वहां से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। भारत सरकार की ओर से भी 31 दिसंबर तक वहां से आने वाली सभी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान कर दिया गया है। इसी बीच कल रात लंदन से दिल्ली हवाई अड्डे पर आए विमान में छह यात्री और क्रू का एक सदस्य कोरोना से संक्रमित पाया गया। जिसके बाद इनके नमूनों को जांच के लिए भेज दिया गया है।

दरअसल  ब्रिटेन में वायरस का नया रूप पाया गया है जो कि ज्यादा घातक है। इसी वजह से ब्रिटेन सरकार ने अपने देश के कई इलाकों में लॉकडाउन लगा दिया है इस खबर के बाद से दुनियाभर के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है। जिसमें से भारत भी एक है। वहीं ब्रिटेन से भारत आए जिस विमान में लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, वो विमान प्रतिबंध अवधि से पहले भारत पहुंचा है।

कोविड-19 के लिए नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी ने बताया कि सोमवार रात ब्रिटेन की राजधानी लंदन से दिल्ली हवाई अड्डे पर एक विमान आया। जिसमें सवार 266 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों का कोरोना टेस्ट लिया गया। छह लोग कोरोना से संक्रमित मिले हैं और चालक दल का सदस्य भी संक्रमित पाया गया है। उनके नमूने जांच के लिए एनसीडीसी को भेज दिए गए हैं और संक्रमितों को देखभाल केंद्र भेजा गया है।

इसके अलावा ब्रिटेन के दो यात्रियों को कोलकाता हवाई अड्डे पर पहुंचने पर कोरोना संक्रमित पाया गया है। ब्रिटेन से 222 यात्रियों को लेकर एक विमान रविवार रात नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर पहुंचा था। 25 यात्रियों के पास उनकी कोरोना रिपोर्ट नहीं थी। इसलिए उन्हें पास के एक क्वारंटीन केंद्र में ले जाया गया और कोरोना वायरस परीक्षण किया गया। इनमें से दो लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। कोरोना प्रोटोकॉल के अनुसार, भारत आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को सात दिनों तक आइसोलेशन में रहना होगा।

25 नवंबर से लेकर अब तक जितने भी लोग ब्रिटेन से भारत आए हैं। उनके लिए एसओपी जारी किया गया है। एसओपी के मुताबिक, 21 से 23 दिसंबर के बीच ब्रिटेन से भारत आए यात्रियों में अगर कोरोना का संक्रमण पाया जाता है। तो उन्हें इस खास स्ट्रेन यानी वायरस का नया रूप के लिए अगल से जांच करवानी होगी और यात्रियों को 14 दिनों की यात्रा का विवरण भी देना होगा। नमूनों को जांच के लिए एनआईवी पुणे भेजा जाएगा। अगर संक्रमित व्यक्ति में साधारण कोरोना वायरस पाया जाता है। तो उसे होम आइसोलेशन में भी रखा जा सकता है। लेकिन अगर व्यक्ति में कोरोना का नया रूप पाया जाता है। तो उसे 14 दिन सरकारी आइसोलेशन में रखा जाएगा। 24 घंटे के अंतराल में दो बार नमूनों के निगेटिव आने पर ही व्यक्ति को छुट्टी दी जाएगी।

कौन-कौन लोग 25 नवंबर से अब तक ब्रिटेन से भारत आए हैं। उन लोगों की जानकारी ब्यूरो आफ इमिग्रेशन संबंधित राज्य सरकारों को देगा। जिसके बाद राज्य सरकार इन लोगों से संपर्क करेगी।

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