Chanakya Niti: व्यवसाय से जुड़ी हुई बातें इन लोगों को भूलकर भी ना बताएं अन्यथा हो जाएगा नुकसान

आचार्य चाणक्य अपने समय के एक विद्वान माने गए हैं। आचार्य चाणक्य एक बेहद अच्छे कूटनीतिज्ञ, राजनीतिज्ञ हैं। चाणक्य को कई विषयों पर बहुत ही गहरी समझ थी। आचार्य चाणक्य ने नीतिशास्त्र में ऐसी बहुत सी बातें बताई हैं जो मनुष्य के जीवन में लागू होती हैं। अगर व्यक्ति इन बातों पर अमल करता है तो वह हर क्षेत्र में सफलता हासिल करेगा। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतिशास्त्र में व्यवसाय से जुड़ी हुई कुछ महत्वपूर्ण बातों का उल्लेख किया है।
आचार्य चाणक्य के मुताबिक व्यवसाय से जुड़ी हुई बातों को हर व्यक्ति के सामने उजागर नहीं करना चाहिए। आचार्य चाणक्य ने यह बताया है कि किन लोगों के सामने व्यवसाय से जुड़ी ही बातों को नहीं कहना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति ऐसी गलती करता है तो इसकी वजह से उसको नुकसान उठाना पड़ सकता है। तो चलिए जानते हैं किन लोगों के सामने व्यवसाय से जुड़ी हुई बातें नहीं करनी चाहिए-
व्यवसाय से जुड़ी बातें व्यापार में प्रतियोगी के सामने ना करें
अगर व्यक्ति कोई व्यापार शुरू करता है तो उसको अपने व्यापार के क्षेत्र में प्रतियोगी का भी सामना करना पड़ता है। आचार्य चाणक्य का ऐसा कहना है कि व्यक्ति चाहे जिस क्षेत्र के व्यवसाय से जुड़ा हुआ हो परंतु उसको अपने प्रतियोगी के सामने अपने व्यवसाय से जुड़ी हुई बातों को भूलकर भी नहीं बताना चाहिए अन्यथा भविष्य में उसको नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
व्यवसाय से जुड़ी बातें लालची महिला या पुरुष को ना बताएं
आचार्य चाणक्य का ऐसा कहना है कि अगर व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में व्यवसाय कर रहा है तो उसको अपने व्यवसाय से जुड़ी हुई बातें लालची महिला या फिर किसी भी लालची पुरुष को नहीं बतानी चाहिए क्योंकि ऐसे लोग लालच में आकर आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं।
व्यवसाय से जुड़ी बातें ईर्ष्यालु लोगों के सामने नहीं बतानी चाहिए
आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को अपने व्यवसाय से संबंधित किसी भी प्रकार की बात को ईर्ष्यालु लोगों के सामने नहीं कहनी चाहिए क्योंकि जो लोग अंदर से जलन की भावना रखते हैं वह दूसरों को नुकसान पहुंचाने में बिल्कुल भी पीछे नहीं हटते हैं। अगर ईर्ष्यालु लोगों को आपके व्यवसाय से जुड़ी हुई बातें पता लग जाएंगी तो वह हमेशा आपको नीचा दिखाने की कोशिश करते रहेंगे। वह आपको व्यवसाय में तरक्की भी नहीं करने देंगे। ऐसे लोग व्यवसाय में कोई ना कोई बाधा उत्पन्न कोशिश करते रहते हैं। आचार्य चाणक्य का कहना है कि ऐसे लोग बेहद खतरनाक होते हैं। ईर्ष्या की अग्नि में जलने वाले लोगों से हमेशा सावधान रहना चाहिए।
व्यवसाय से जुड़ी बातें भोले दोस्तों को नहीं बतानी चाहिए
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतिशास्त्र में इस बात का उल्लेख किया है कि व्यवसाय से जुड़ी हुई बातों को भोले दोस्तों को भूलकर भी नहीं बतानी चाहिए, क्योंकि आपके सीधे-साधे दोस्त को कोई भी दुष्ट व्यक्ति अपनी बातों में बहला फुसला लेगा और आपके व्यवसाय से जुड़ी हुई सभी बातों को जान लेगा। अगर आपके व्यवसाय से जुड़े हुए रहस्य धूर्त व्यक्ति को पता लग जाएगा तो इसकी वजह से वह इसका फायदा उठा सकता है और आपको अपने व्यवसाय में अचानक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।