शनि की साढ़ेसाती के बुरे प्रभाव से जीवन में उत्पन्न हो रही हैं परेशानियां तो तुरंत करें ये उपाय
शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि शनि देव हर मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार ही फल प्रदान करते हैं। जो व्यक्ति अपने जीवन में अच्छे कार्य करता है उसके ऊपर शनि देव की कृपा दृष्टि बनी रहती है परंतु जो लोग बुरे काम करते हैं, उनको शनि देव के प्रकोप का सामना करना पड़ता है। बहुत से लोग ऐसे हैं जो शनि के बुरे प्रभाव का सामना कर रहे हैं। खासकर शनि की साढ़ेसाती का नाम सुनते ही लोगों के मन में तरह-तरह के विचार उत्पन्न होने लगते हैं। यदि किसी व्यक्ति के ऊपर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव है तो इसकी वजह से जीवन में बहुत सी परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं परंतु हमेशा ही शनि की साढ़ेसाती बुरा प्रभाव नहीं देता है बल्कि यह अच्छे और बुरे दोनों ही तरह के फल दे सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि की साढ़ेसाती व्यक्ति को कैसा फल प्रदान करेगी? यह व्यक्ति की जन्म कुंडली के योग पर निर्भर करता है। शनि की साढ़ेसाती की वजह से जीवन में कई प्रकार के बदलाव देखने को मिलते हैं। यह बदलाव अच्छे और बुरे दोनों ही हो सकते हैं। अगर आपको शनि की साढ़ेसाती से अशुभ परिणाम मिल रहा है तो ऐसी स्थिति में बुरे प्रभावों से बचने के लिए आप कुछ उपाय अपना सकते हैं।
हनुमान जी की पूजा से शनिदेव नहीं करेंगे परेशान
शास्त्रों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि जो व्यक्ति महाबली हनुमान जी की पूजा आराधना करता है उसको शनिदेव कभी भी परेशान नहीं करते हैं। आपको बता दें कि शनि देव ने हनुमान जी को यह वचन दिया था कि जो भी व्यक्ति हनुमान जी की पूजा करेगा उसको शनिदेव कभी भी परेशान नहीं करेंगे। अगर आप शनि की साढ़ेसाती के बुरे प्रभाव से बचना चाहते हैं तो हनुमान जी की पूजा जरूर कीजिए। अगर आप हनुमान जी की चालीसा का पाठ करेंगे तो इससे आपको लाभ मिलेगा। हनुमान चालीसा, सुंदरकांड चालीसा और श्रीहनुमाष्टक का पाठ करने से शनि से मिलने वाले कष्ट धीरे-धीरे कम होने लगते हैं।
शनि के बीज मंत्र का करें जाप
अगर आप शनि की साढ़ेसाती के बुरे प्रभाव से बचना चाहते हैं तो शनि के बीज मंत्र “ऊँ प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम:” का जाप कीजिए। इसके बाद आप शनि स्त्रोत का पाठ करें। इससे आपको लाभ मिलेगा। अगर आप शनि की साढ़ेसाती के दौरान शनि मंत्र “ऊँ शं शनैश्चराय नमः” का 108 बार जाप करते हैं तो इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
पीपल के पेड़ के पास जलाएं दीपक
शनि की साढ़ेसाती की वजह से अगर जीवन में परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं तो ऐसी स्थिति में रोजाना सूर्यास्त के पश्चात पीपल के पेड़ के पास दीपक जलाएं। खासकर शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के पास दीपक जलाया जाए तो इससे अधिक फायदा मिलता है और शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
शनिवार का उपवास रखना है फायदेमंद
अगर आप शनि देव को प्रसन्न करना चाहते हैं और इनके बुरे प्रभावों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में शनिवार के दिन व्रत जरूर रखें और शनिदेव की पूजा के दौरान नीले रंग के फूल अर्पित कीजिए। इसके साथ ही आप शनिवार के दिन शनि देव से संबंधित चीजें जरूरतमंद लोगों को दान करें इससे आपको अधिक फायदा मिलेगा।