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पौष अमावस्या तिथि पर करें ये 7 सरल उपाय, जीवन के सारे दु:ख होंगे दूर, होगी सुखों की प्राप्ति

हिंदू पंचांग के अनुसार पौष अमावस्या पौष माह कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को होती है। इस बार पौष अमावस्या 13 जनवरी 2021 पड़ रही है। शास्त्रों के अनुसार अमावस्या तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर पितरों के निमित्त उपाय किए जाए तो इससे पितरों की आत्मा की शांति होती है। पौष अमावस्या तिथि को दान-स्नान का विशेष महत्व माना गया है। ऐसा बताया गया है कि ऐसा करने से व्यक्ति को पुण्य फल की प्राप्ति होती है।

पौष अमावस्या के दिन किए गए दान-पुण्य के कार्यों का फल बहुत ही जल्दी मिलता है। इस दिन कुछ उपाय किए जाए तो इसे सभी प्रकार की मानसिक परेशानियां दूर हो जाती हैं। आज हम आपको पौष अमावस्या के दिन किए जाने वाले कुछ उपायों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिससे आपके जीवन की कई परेशानियां दूर होंगी और जीवन सुखी पूर्वक व्यतीत होगा।

पीपल के पेड़ की पूजा

अगर आप अपने पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन पितरों का ध्यान करते हुए पीपल के वृक्ष पर गंगाजल, चीनी, चावल, काले तिल, जल तथा फूल अर्पित कीजिए। आप यह सभी चीजें अर्पित करने के दौरान “ॐ पितृभ्य: नम:” मंत्र का जाप करें। ऐसी मान्यता है कि इससे जातक को पितरों का आशीर्वाद मिलता है।

मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं

पौष अमावस्या तिथि पर आप सुबह के समय जल्दी उठकर स्नान कर लीजिए। उसके बाद आप आटे की गोलियां तैयार करें। आप अपने घर के आस-पास किसी नदी या तालाब के किनारे जाकर आप आटे की इन गोलियों को मछलियों को खिलाएं। अगर आप यह उपाय करते हैं तो इससे आपके जीवन की सभी परेशानियां दूर होंगी।

चावल का उपाय

अमावस्या के दिन आप पितरों के नाम पर निर्धन और भूखे लोगों को भोजन के रूप में मीठे चावल का दान कीजिए। इसके अलावा आप इस दिन चींटियों को शक्कर मिला हुआ आटा खिलाएं। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से व्यक्ति को अपने जीवन के सभी पापों से छुटकारा मिलता है।

कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए

अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष है तो इसकी वजह से जीवन में बहुत सी परेशानियां उत्पन्न होने लगती हैं। अगर आप कालसर्प दोष से पीड़ित हैं तो ऐसी स्थिति में अमावस्या के दिन चांदी के नाग नागिन की पूजा कीजिए और चांदी के नाग नागिन के जोड़े को किसी जल में प्रवाहित कर दें। इस उपाय को करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।

ब्राह्मणों को घर बुलाकर भोजन कराएं

अमावस्या के दिन आप ब्राह्मणों को घर बुलाकर आदर-सम्मान के साथ उनको भोजन कराइए और भोजन कराने के पश्चात दक्षिणा के रूप में कुछ ना कुछ जरूर दें। उसके बाद आप इनको विदा करें। इस उपाय से पितृ प्रसन्न होते हैं और पितरों का आशीर्वाद बना रहता है।

दीपक जलाएं

अगर आप अपने जीवन में सभी सुखों की प्राप्ति करना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन शाम के समय घर के ईशान कोण में पूजा स्थल पर गाय के घी का दीपक जरूर जलाइए। इसके अलावा आप अमावस्या के दिन तुलसी की परिक्रमा जरूर कीजिए। इससे आपको लाभ मिलेगा।

कौवे, गाय और कुत्ते को भोजन कराएं

पौष अमावस्या के दिन आप किसी कुत्ते, गाय या फिर कव्वे को भोजन जरूर कराएं। आप अमावस्या के दिन तेल से चुपड़ी हुई रोटी को कुत्ते को खिलाएं। इससे शत्रु भय दूर होता है और आप अपने शत्रु पर विजय प्राप्त करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन इनको भोजन कराने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।

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