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तेलंगाना की आदिलक्ष्मी के संघर्ष की कहानी, ट्रकों के पंचर जोड़ चला रहीं हैं परिवार

हर इंसान का जीवन इतना आसान नहीं है जितना लगता है। इंसान के जीवन में बहुत से मोड़ आते हैं। अगर इंसान कठिन समय में अपनी हिम्मत हार जाता है तो उसका जीवन बेहद कष्टकारी व्यतीत होता है। महिला हो या पुरुष हो, हर किसी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं। अगर हम महिलाओं की बात करें तो महिलाएं बहुत ही कोमल मानी जाती हैं। अगर महिलाओं के जीवन में कष्ट उत्पन्न होते हैं तो वह पूरी तरह से टूट जाती है परंतु ऐसा नहीं है कि महिलाएं कमजोर होती हैं। अगर महिलाएं कोई भी काम करने की ठान लें तो वह उसको पूरा करके ही दम लेती हैं। आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसके बारे में जानकर आप भी उसकी तारीफ करेंगे।

आप सभी लोगों ने ट्रकों की वेल्डिंग करना या फिर पंचर लगाते हुए पुरुषों को ही देखा होगा। अगर इस तरह के छोटे-मोटे रिपेयर की बात होती है तो सबसे पहले पुरुषों का ख्याल जहन में आता है लेकिन आज हम आपको जिस महिला से मिलवाने जा रहे हैं, वह इन सभी कामों को अकेले बहुत आसानी से कर लेती हैं। हम आपको जिस महिला के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं उनका नाम आदिलक्ष्मी है, जिनकी उम्र 30 वर्ष की है। यह तेलंगाना के कोथागुडेम जिले के सुजाता गर की रहने वाली हैं।

30 वर्षीय आदिलक्ष्मी तेलंगाना राज्य की एक ऐसी महिला हैं, जो ट्रकों की वेल्डिंग हो या फिर पंचर लगाना हो। इस तरह के छोटे-मोटे रिपेयरिंग के कार्य यह खुद अकेली बड़ी ही आसानी के साथ कर लेती हैं। इतना ही नहीं बल्कि कई एक्सिल वाले ट्रकों के भारी-भरकम पहियों को दुरुस्त करना आदि लक्ष्मी के बाएं हाथ का खेल जैसा है।

आपको बता दें कि आदि लक्ष्मी इन सभी कामों में निपुण हैं। यह अपने पति वीरभद्रम के साथ टायर रिपेयर शॉप चलाती हैं। इनकी दो बेटियां हैं और यह उनका भी ख्याल अच्छी तरह रखती हैं। आदिलक्ष्मी का विवाह वर्ष 2010 में हुआ था। उनके पति ने 3 साल पहले रिपेयर शॉप खोली थी। उनके पास पैसों की बहुत दिक्कत थीं जिसकी वजह से शॉप खोलने के लिए उन्होंने अपना घर गिरवी रख दिया था।

जब आदिलक्ष्मी ने शुरुआत में शॉप खोली तो ग्राहक इनके शॉप पर आने से काफी कतराते थे। ग्राहक यही सोचते थे कि यह तो महिला हैं, टायर्स को ठीक से पंचर नहीं लगा पाएंगीं। लेकिन जैसे-जैसे समय गुजरता गया वैसे-वैसे उनकी कुशलता के बारे में सबको पता चल गया। अब उनकी शॉप पर ग्राहक दूर-दूर से आते हैं और आदि लक्ष्मी के कार्य से सभी ग्राहक बेहद प्रभावित भी हैं। आपको बता दें कि उनकी शॉप 24 घंटे खुलती रहती है और ग्राहक भी यहां की सर्विस से बेहद खुश रहते हैं।

आदिलक्ष्मी का ऐसा बताना है कि उनके ऊपर कर्ज का बोझ अधिक बढ़ रहा था। ऐसी स्थिति में उन्होंने अपने पति का सहयोग देने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि उनकी दो बेटियां हैं। उनके पास औजार भी थोड़े ही हैं लेकिन वह उनसे काम चला लेती हैं। उन्होंने बताया कि अगर उन्हें सरकार से कोई सहायता मिल जाए तो उनकी बेटियों का भविष्य सुधार जाए।

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