स्वास्थ्य

स्वस्थ और मोती जैसे दांत पाने के लिए जानिए ये आयुर्वेदिक तरीका, ये 5 टूथपेस्ट घर में करें तैयार

स्वस्थ और चमकते सफेद दांत दिखने में बेहद आकर्षक लगते हैं। ऐसा माना जाता है कि खुलकर हंसने से कई बीमारियां दूर हो जाती हैं। हमारी मुस्कान, हंसी हमारे व्यक्तित्व का अहम हिस्सा मानी जाती है परंतु हंसते समय अगर आपके पीले दांत नजर आए तो इसकी वजह से आप हंसी का पात्र बन सकते हैं इतना ही नहीं बल्कि व्यक्तित्व पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

आज कल के समय में ऐसे बहुत से लोग हैं जो दांतो से जुड़ी हुई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। दातों को ठीक प्रकार से साफ ना करना, चाय-कॉफी का सेवन अधिक मात्रा में करना, सिगरेट पीना, गुटखा खाना आदि दांतों में पिलेपन की समस्या लेकर आता है। इसके अलावा कई बार जेनेटिक कारणों से भी दांत पीले पड़ने लगते हैं।

बाजार में ऐसे बहुत से टूथपेस्ट हैं, जो दांतो की परेशानियों को दूर करने का वादा करते हैं परंतु इनके इस्तेमाल से दांतों पर कोई ज्यादा फायदा नहीं पड़ता है। उल्टा केमिकल युक्त बाजार में उपलब्ध टूथपेस्ट का इस्तेमाल करने से दांत और खराब हो जाते हैं।

अगर आप दांतों के पीलेपन, पायरिया, मुंह की बदबू, कीड़े, गम ड‍िसीज़ आदि से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आज हम आपको आयुर्वेदिक टूथपेस्ट के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिसको आप आसानी से घर में ही तैयार कर सकते हैं। यह टूथपेस्ट नेचुरल होने के साथ-साथ केमिकल फ्री भी होंगे, जिसकी वजह से आपके दातों को अधिक फायदा मिलेगा।

हल्दी टूथपेस्ट से दांत होंगे मजबूत

आयुर्वेद में हल्दी बहुत गुणकारी बताई गई है। हल्दी में एंटीमाइक्रोब‍ियल गुण मौजूद होते हैं। दांतो के लिए हल्दी बहुत ही फायदेमंद मानी जाती है। अगर आप हल्दी से बना हुआ टूथपेस्ट का प्रयोग करते हैं तो इससे गम डिसीज़, दांतों में प्‍लॉक, बैक्टीरिया से छुटकारा मिलता है। हल्दी का दूध पेस्ट बनाने के लिए आपको हल्दी पाउडर लेना होगा। उसमें सेंधा नमक और सरसों का तेल डालकर इसको अच्छी तरह से मिला लीजिए। इसका मिश्रण तैयार होने के बाद आप उंगलियों की सहायता से इस पेस्ट को अपने दांतो पर लगाएं। इससे आपके दांत मजबूत होंगे और दांतो से जुड़ी हुई कई परेशानियां भी दूर हो जाएँगी। आपको इसका असर 15 दिनों में नजर आने लगेगा।

मुंह की बदबू से छुटकारा दिलाएगा दालचीनी पेस्ट

मुंह की बदबू और बैक्टीरिया से छुटकारा पाने के लिए आप दालचीनी से बना हुआ प्राकृतिक टूथपेस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। दालचीनी का टूथपेस्ट बनाने के लिए आपको दालचीनी को पीसना होगा और उसमें एक चुटकी बेकिंग सोडा मिलाकर अपने दांतों को साफ कीजिए। इस घरेलू तरीके से आपको परिणाम बहुत जल्द देखने को मिल जाएगा। इससे अगर आप अपने दांत साफ करते हैं तो काफी समय तक फ्रेशनेस का एहसास भी होगा।

दांतों को कीड़े लगने से बचाने के लिए नीम टूथपेस्ट का करें इस्तेमाल

आजकल के समय में ज्यादातर लोग दांतों में कीड़े लगने की समस्या से काफी चिंतित रहते हैं। दांतों की ठीक प्रकार से सफाई नहीं होने के कारण दांतों में कीड़े लगने लगते हैं। अगर आप इस परेशानी से बचना चाहते हैं तो इसके लिए आप प्राकृतिक टूथपेस्ट का प्रयोग कर सकते हैं। अगर आप नीम से बने हुए पेस्ट का इस्तेमाल करेंगे तो दांतों में कीड़े नहीं लगेंगे। आप चाहे तो नीम के दातुन से अपने दांत साफ कर सकते हैं, इसके अलावा नीम का टूथपेस्ट बनाने के लिए आपको नीम की पत्तियों की आवश्यकता पड़ेगी। आप नीम की पत्तियों को अच्छी तरह से पीसकर उसमें नींबू का रस मिला लीजिए। इसके बाद आप इससे अपने दांत साफ कीजिए।

तुलसी का टूथपेस्ट दांत दर्द से दिलाएगा छुटकारा

तुलसी बहुत ही गुणकारी मानी जाती है। तुलसी एंटी-फंगल और एंटीबैक्टीरियल होती है। अगर दांतों में दर्द की परेशानी है तो इसे ठीक करने के लिए आप तुलसी से बना हुआ तो टूथपेस्ट इस्तेमाल कर सकते हैं। इसको बनाने के लिए आपको तुलसी के पत्तों को धूप में सुखाना होगा। जब पत्ते सूख जाए तो आप उन्हें पीसकर पाउडर बना लीजिए। अब आप इस पाउडर को टूथपेस्ट की तरह रोजाना इस्तेमाल कीजिए। इससे मसूड़ों से रक्त निकलना, पायरिया जैसी समस्या दूर होती है और दांतो के दर्द में भी राहत मिलता है।

बेकिंग सोडा से बना टूथपेस्ट दांतों के पीलेपन को करेगा दूर

दांतों के पीलेपन से छुटकारा पाने के लिए आप बेकिंग सोडा का इस्तेमाल कर सकते हैं। बेकिंग सोडा का टूथपेस्ट बनाने के लिए आपको एक कटोरी में आधा चम्मच बेकिंग सोडा लेना होगा, उसके बाद आप उसमें नींबू का रस डालकर अच्छी तरह से मिला दीजिए। आप इसमें केले के छिलके का सफेद भाग भी मिला सकते हैं। जब आपका यह टूथपेस्ट तैयार हो जाए तब उंगली या ब्रश की मदद से आप अपने दांतो पर लगाएं। आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप हफ्ते में 3 दिन इस पेस्ट का प्रयोग करें। इससे आपके दांत मोती जैसे सफेद बनेंगे। इतना ही नहीं बल्कि दांत और मसूड़े दोनों मजबूत भी बनते हैं।

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