UP पुलिस कांस्टेबल के जुड़वा बेटों ने रचा इतिहास, एक बना SDM तो दूसरा बना नायब तहसीलदार
ऐसा सच कहा जाता है कि कठिन मेहनत और लगन से इंसान अपनी मंजिल को हासिल कर सकता है। हर किसी इंसान का कोई ना कोई सपना जरूर होता है, जिसको पूरा के लिए इंसान खूब मेहनत करता है परंतु सभी को अपनी मंजिल प्राप्त नहीं हो पाती है। मंजिल के मार्ग में बहुत सी बाधाएं उत्पन्न होती हैं, जो इन बाधाओं को पार करते हुए लगातार कोशिश करता रहता है उसका सपना जरूर साकार होता है। आज हम आपको दो जुड़वा भाइयों की कहानी के बारे में जानकारी देने वाले हैं, जिन्होंने बुलंद हौसलों के दम पर अपनी मंजिल हासिल की है। एक भाई एसडीएम बना तो दूसरा नायब तहसीलदार बना है।
हम आपको जिन दो भाइयों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं उनका नाम मोहित और रोहित यादव है। यह उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के एका पुलिस थाना इलाके गांव के सिंहपुर निवासी हैं। मोहित और रोहित के पिता का नाम अशोक कुमार यादव है। यह मथुरा पुलिस थाने में कॉन्स्टेबल के पद पर कार्यरत हैं। आपको बता दें कि यूपी लोक सेवा आयोग (UPPSC) की तरफ से बुधवार को घोषित पीसीएस 2019 के अंतिम परिणाम में इन्होंने कामयाबी हासिल की है। दोनों ही भाई एक साथ अफसर बने हैं।
आपको बता दें कि मोहित और रोहित यादव ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई देहरादून के स्कूल से की है। पहले इनके पिता अशोक कुमार यादव की देहरादून में पोस्टिंग थी। इनकी माता कमलेश स्नातक तक पढ़ी लिखी हैं। अशोक कुमार यादव ने बातचीत के दौरान अपने दोनों बेटों की सफलता की कहानी के बारे में बताया है। उन्होंने कहा है कि उनके दोनों बेटे एक साथ अफसर बन गए हैं। यह उनके लिए खुशी की सबसे बड़ी की बात है।
अशोक कुमार यादव ने आगे बताया कि उनके दोनों बेटों मोहित और रोहित का जन्म 20 अप्रैल 1996 को हुआ था। इन दोनों की उम्र में महज 5 मिनट का अंतर है। उनके दोनों बेटों की आदतें एक दूसरे से काफी मिलती-जुलती हैं। बचपन से ही यह दोनों पढ़ाई में बहुत अच्छे थे। मोहित और रोहित ने एक बार यूपीएससी की परीक्षा दी थी, जिसमें एक भाई मुख्य परीक्षा तक पहुंचा तो दूसरा साक्षात्कार तक ही पहुंचा था।
अशोक कुमार यादव ने आगे बताया कि उनके दोनों बेटों ने खूब मेहनत की है। पहली बार सफल ना होने के बाद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लगातार यह अपनी तैयारी करते रहे। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की वर्ष 2019 की परीक्षा में उनको सफलता हासिल हुई। एक बेटे को 30वीं रैंक और दूसरे बेटे को 36वी रैंक प्राप्त हुई है। अशोक यादव ने बताया कि जुड़वा बेटों में रोहित यादव नायब तहसीलदार तो मोहित यादव डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुए हैं। अशोक यादव का ऐसा कहना है कि आज उनके बेटों ने उनका मान बढ़ाया है।
जैसा कि हम लोग जानते हैं हर पिता का सपना होता है कि उनके बेटे कामयाब हों, लेकिन जब बच्चे एक साथ सफलता हासिल करते हैं तो पिता की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता है। अशोक यादव के दोनों बेटों ने एक साथ सफलता हासिल की है। पीसीएस में चयन होने के बाद घर और मथुरा पुलिस थाने में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। सभी उनको शुभकामनाएं दे रहे हैं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना कर रहे हैं।