धार्मिक

महाभारत के अनुसार इन 5 लोगों से भूलकर भी ना करें दोस्ती वरना झेलना पड़ेगा नुकसान

मनुष्य के जीवन में बहुत से दोस्त होते हैं। कुछ अच्छे दोस्त होते हैं तो कुछ बुरे भी दोस्त माने जाते हैं। वैसे देखा जाए तो अच्छे और बुरे दोस्तों की पहचान कर पाना बेहद मुश्किल है। कुछ दोस्त ऐसे होते हैं जो हमारे सुख-दुख में साथ देते हैं परंतु कुछ दोस्त ऐसे भी होते हैं जो सिर्फ मतलब के खातिर हमारे साथ रहते हैं। इस तरह के दोस्तों से हमेशा दूर ही रहना चाहिए। महाभारत में भी ऐसे पांच लोगों के बारे में बताया गया है जिनसे दूर रहना चाहिए। अगर आप ऐसे लोगों से दोस्ती करते हैं तो इससे आपको हमेशा नुकसान ही होता है और जीवन में बहुत सी परेशानियां आपको झेलनी पड़ सकती हैं।

आपको बता दें कि जब महाभारत का युद्ध खत्म हुआ था तब उसके पश्चात कुरुक्षेत्र में तीरों की शैय्या पर लेटे हुए भीष्म पितामह जी से युधिष्ठिर राजनीति की शिक्षा लेने के लिए वहां पर पहुंचे हुए थे तब युधिष्ठिर को भीष्म पितामह जी ने ज्ञान देते हुए यह बताया था कि राजनीति और सामाजिक जीवन में हमेशा ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए जो आपके लिए सिर्फ नुकसान साबित हों।

भीष्म पितामह ने युधिष्ठिर को इस बारे में पूरा ज्ञान दिया था और उन्होंने उन लोगों के बारे में बताया था कि किन लोगों से रिश्ता बनाना चाहिए और किन लोगों से दूर रहना चाहिए। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से भीष्म पितामह ने किन लोगों से दूर रहने के लिए कहा था? इसके बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

विश्वासघात कर सकते हैं ऐसे लोग

महाभारत में भीष्म पितामह ने यह कहा था कि इस दुनिया में बहुत से लोग रहते हैं, जो धर्म और आस्था पर विश्वास करते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनको इन सभी पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं रहता है। जो लोग धर्म और आस्था पर विश्वास रखते हैं उनके पास रहना चाहिए परंतु जो इन पर विश्वास नहीं रखते, उनसे आप दूर ही रहें क्योंकि ऐसे लोगों को धर्म और शास्त्रों के बारे में किसी भी प्रकार का ज्ञान नहीं होता है। जिन लोगों को धर्म और आस्था पर विश्वास नहीं है, वह आपके साथ कभी भी विश्वासघात कर सकते हैं। ऐसे लोग सिर्फ झूठ, धोखा और बुरा व्यवहार ही करते हैं। इसी वजह से इस तरह के लोगों से जितनी दूरी बनाकर रखी जाए उतनी ही ठीक है।

क्रोधी व्यक्ति से दोस्ती करने से पहुंच सकता है नुकसान

भीष्म पितामह ने यह बताया था कि जो व्यक्ति बिना किसी कारण से क्रोध करता है। छोटी-छोटी बात पर उसको क्रोध आ जाता है तो ऐसे लोगों से दूरी बनाए रखने में ही भलाई होती है क्योंकि गुस्से में इंसान को समझ नहीं आता है कि वह क्या कर रहा है, उसका व्यवहार कैसा है। गुस्से में व्यक्ति अपनी शक्ति और विवेक को खो देता है। ऐसी स्थिति में वह किसी को भी नुकसान पहुंचा सकता है। जो व्यक्ति हमेशा गुस्सा करते हैं, वह समाज में निंदा और हास्य का पात्र बन जाते हैं। अगर आप क्रोधी व्यक्ति से दोस्ती करते हैं तो आपके साथ-साथ आपके करीबी लोगों को भी परेशानी हो सकती है। इसलिए इस तरह के लोगों से दूर रहें।

आलसी इंसान सफलता का है सबसे बड़ा शत्रु

आलसी लोगों से हमेशा दूरी बना कर रखना चाहिए क्योंकि यह लोग सफलता के सबसे बड़े शत्रु माने जाते हैं। आलसी लोगों को अपनी जिम्मेदारियों की कोई भी परवाह नहीं होती है। आलस के कारण इस तरह के लोग कई बार अवसरों को भी खो देते हैं, जो व्यक्ति को सफलता दिला सकते हैं। इसलिए आप आलसी लोगों को कभी भी अपना दोस्त ना बनाएं। यह आपके कभी भी काम नहीं आएंगे।

शराबी व्यक्ति से ना करे दोस्ती

जिन लोगों को नशे की बुरी आदत है उनसे कभी भी दोस्ती नहीं करनी चाहिए क्योंकि शराबी व्यक्तियों की कोई भी सीमा नहीं होती है। शराब पीने के बाद व्यक्ति को अच्छे और बुरे में फर्क समझ नहीं आता है। ऐसे लोग आपको और आपके परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए शराबी लोगों से हमेशा दूरी बनाकर रखें अन्यथा यह आपकी परेशानी का कारण बन सकते हैं।

दूसरों के प्रति जलन या द्वेष की भावना रखने वाले लोगों से ना करें दोस्ती

अगर कोई व्यक्ति दूसरों के प्रति जलन या द्वेष की भावना रखता है तो वह कभी भी खुश नहीं रहता है और ना ही वह दूसरों को खुश रहने देता है इसलिए ऐसे लोगों से कभी भी दोस्ती नहीं करनी चाहिए। जिस प्रकार से कौरव जीवन भर पांडवों के प्रति जलन और द्वेष की भावना रखते रहे लेकिन आखिर में उनका भयानक अंत हुआ था।

Related Articles

Back to top button