कलेक्टर साहब किसान का भेष बदलकर दुकानों पर गए खाद लेने, सच्चाई जान कर माथा पकड़ लिया
लंगोटी पहनकर कलेक्टर साहब बन गए किसान और पहुँच गए खाद की दूकान पर
मौजूदा समय में धोखाधड़ी हर जगह होती है, जिसकी वजह से देशभर के लोग काफी परेशान हैं। वैसे देखा जाए तो सरकार के द्वारा धोखाधड़ी रोकने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं परंतु इसके बावजूद भी बहुत से लोग ऐसे हैं, जो धोखाधड़ी करने से बाज नहीं आते। रोकने के बावजूद भी चोरी छुपे किसी न किसी तरीके से लोग धोखाधड़ी करते हैं। आप सभी लोगों ने भी ऐसे कई मामले देखे और सुने होंगे परंतु आम जनता चाह कर भी धोखाधड़ी करने वालों के साथ कुछ नहीं कर पाती है।
आप सभी लोगों ने किस्से कहानियों में सुना होगा कि पहले के जमाने में राजा अपने राज्य की जिम्मेदारी संभालते थे और वह अपनी प्रजा को ठीक प्रकार से रखते थे। अगर राजा की प्रजा के ऊपर किसी भी तरीके की परेशानी या फिर कोई उनके साथ धोखाधड़ी करता था तो ऐसे में राजा का कर्तव्य बन जाता था कि वह अपनी प्रजा की रक्षा करें और धोखाधड़ी करने वाले लोगों का पता लगाकर उनके ऊपर उचित कार्यवाही की जाए।
अगर हम पहले के जमाने के राजा महाराजाओं की बात करें तो हम सभी लोगों ने कहानियों में सुना है कि पहले राजा महाराजा भेष बदलकर उनके राज्य में क्या चल रहा है? इसके बारे में पता लगाते थे। मौजूदा समय में भी ऐसे कई ईमानदार अधिकारी हैं जो इसी तरह का गजब दिमाग लगा रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसे बड़े अधिकारी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिनकी चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है।
दरअसल, एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है। यह तस्वीर विजयवाड़ा के सब कलेक्टर जी सूर्या परवीन चंद की है। इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि वह खाद लेते हुए नजर आ रहे हैं। आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया? ये सवाल आपके मन में जरूर उठ रहा होगा। तो बता दें ऐसा उन्होंने खाद की दुकान पर किसानों के साथ हो रही धोखाधड़ी की जांच करने के लिए किया।
मिली जानकारी के अनुसार सब कलेक्टर जी सूर्या परवीन चंद किसानों के साथ हो रही धोखाधड़ी की जांच पड़ताल करने के लिए भेष बदलकर दुकान पर खाद लेने के लिए पहुंचे। वह यह पता लगाना चाहते थे कि कईकल्लूर और मुनीपाली मंडल की खाद की दुकानों में क्या चल रहा है। जब कलेक्टर साहब किसान का भेष बदलकर दुकानों पर खाद लेने के लिए गए तो उन्होंने देखा कि कई दुकानदार डीएपी और यूरिया एमआरपी से ज्यादा दाम पर बेच रहे थे। यहां तक कि वह खाद का कोई बिल भी नहीं दे रहे थे। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने खाद के गोदाम भर रखे थे यानी कि उन्होंने जमाखोरी भी कर रखी थी।
IAS officer G Surya Praveen Chand concealed his identity and visited fertilizer shops as a buyer. The Vijayawada sub collector detected wrong doings by shop owners and got them booked. #AndhraPradesh pic.twitter.com/SkGscN4Hht
— Sushil Rao (@sushilrTOI) August 7, 2021
कलेक्टर साहब ने दुकानदारों की हेरा-फेरी को पकड़ा और उन दो दुकानों को सीज कर दिया है जो यूरिया 266.50 का है और वह दुकानदार 280 रूपए का बेच रहे थे। इतना ही नहीं बल्कि वह ग्राहकों की आधार डिटेल भी नहीं ले रहे थे। जबकि वह जरूरी है। इस तस्वीर को @sushiIrTOI ने साझा किया है, जिसमें देखा जा सकता है कि आईएएस परवीन चंद खाद लेते हुए नजर आ रहे हैं। दरअसल, इलाके ने किसानों के साथ हो रही इस धोखाधड़ी की शिकायत को लेकर कलेक्टर साहब ने यह कार्यवाही की है।