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कमलनाथ को अपना तीसरा बेटा मानती थी इंदिरा गांधी, संजय गांधी के खातिर जेल तक की खाई थी हवा

कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ गांधी परिवार के काफी करीबी माने जाते हैं और इन्हें इंदिरा गांधी अपने बेटे की तरह मानती थी। कमलनाथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी के भी काफी करीबी हैं और ये कांग्रेस पार्टी के विकास के लिए खूब काम कर रहे हैं। आज हम आपको कमलनाथ की जिंदगी से जुड़ी कुछ अहम बाते बताने जा रहे हैं।

बेहद ही कम लोगों को पता है कि कमलनाथ ने इंदिरा गांधी और उनके बेटे संजय गांधी के साथ भी काम कर रखा है। कमलनाथ इन दोनों के बेहद ही करीब थे और एक बार तो जनसभा को संबंधोति करते हुए देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इन्हें अपना तीसरा बेटा कहा था। 13 दिसंबर 1980 को मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में चुनावी सभा के दौरान कांग्रेस की अध्यक्ष और पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने युवा उद्यमी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि ये सिर्फ कांग्रेस नेता नहीं हैं, राजीव गांधी और संजय गांधी के बाद मेरे तीसरे बेटे है।

जब कमलनाथ ने पहली बार सांसद का चुनाव लड़ा था। तो उनका प्रचार इंदिरा गांधी ने किया था। प्रचार करने के लिए इंदिरा गांधी मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा पहुंची थीं और जमकर कमलनाथ के लिए वोट मांगे थे। इस चुनाव में कमलनाथ को जीत मिली और तभी से कमलनाथ इसी सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं और 9 बार ये चुनाव जीत चुके हैं। कमलनाथ इंदिरा गांधी को मां का दर्जा देते थे और उन्हें मां कहकर ही पुकारा करते थे। कमलनाथ संजय गांधी और राजीव गांधी के भी करीबी थे और अब ये सोनिया गांधी व राहुल गांधी विश्वासपात्र बन गए हैं।

कॉलेज के दौरान हुई थी संजय गांधी से दोस्ती

कमलनाथ दून कॉलेज में पढ़ते थे, जब उनकी दोस्ती इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी से हुई थी। आपातकाल के दौरान इन्होंने गांधी परिवार का खूब साथ दिया। उस दौरान ये इतने सक्रिय थे कि इनके लिए नारे भी लगाए जाते थे और कहा जाता था कि इंदिरा के दो हाथ, संजय गांधी और कमलनाथ।

एक बार जब जज ने संजय गांधी को सजा सुनाई तो कमलनाथ ने जज के ऊपर कागज फेंक दिया था। ताकि जज उन्हें भी संजय गांधी के साथ जेल के अंदर डाल दें। दरअसल 1979 में संजय गांधी को एक मामले में कोर्ट ने तिहाड़ जेल भेज दिया था। इस दौरान इंदिरा गांधी को संजय की सुरक्षा की चिंता हो रही थी। तब कमलनाथ जानबूझकर एक जज से लड़ पड़े और उनके ऊपर कागज का गोला बना कर फेंका। जिसके कारण जज ने उन्हें कोर्ट की अवमानना के चलते सात दिन के लिए तिहाड़ जेल भेज दिया। जहां पर वो संजय के साथ रहे।

संजय गांधी की मौत के बाद भी कमलनाथ उन्हें भूलें नहीं हैं और कमलनाथ के ड्रॉइंग रूम में उनकी तस्वीर लगी हुई है। इसके बारे में कमलनाथ ने एक बार कहा था कि इंदिरा जी मेरी प्रधानमंत्री हैं, लेकिन संजय गांधी मेरे नेता थे और हमेशा रहेंगे। उनकी मौत के 40 साल बाद भी कमलनाथ उन्हें भूले नहीं हैं। 14 दिसंबर, 1946 को पैदा हुए संजय गांधी का कल जन्मदिन था और इस मौके पर कमलनाथ ने इन्हें याद करते हुए एक ट्विटर किया था। जिसमें इन्होंने लिखा था कि उन्हें आज भी संजय गांधी की कमी खलती है।

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