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कोरोना काल में मसीहा बनकर सामने आया ट्रैफिक पुलिस का जवान, लोगों के घर-घर जाकर खिला रहा खाना

कोरोना वायरस की वजह से देश भर के लोग काफी परेशान हैं। कोरोना की दूसरी लहर ने देशभर में हाहाकार मचा रखा है। रोजाना ही कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं। ऑक्सीजन की भारी कमी देखने को मिल रही है। रोजाना ही लोग कोरोना की वजह से अपनी जान गंवा रहे हैं। सरकार के लिए कोरोना महामारी चिंता का विषय बना हुआ है।

कोरोना की रोकथाम के लिए भले ही सरकार द्वारा कई अहम कदम उठाए गए परंतु इसका कोई फायदा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। कोरोना काल में लोग घरों में बंद हैं। लोगों की नौकरियां छूट चुकी हैं। दो वक्त का गुजारा करना भी काफी मुश्किल हो रहा है परंतु ऐसा नहीं है कि संकट की इस घड़ी में कोई भी जरूरतमंदों की सहायता के लिए सामने नहीं आया है। ऐसे बहुत से लोग हैं जो रोजाना अपने सामर्थ्य अनुसार जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं।

इसी बीच कोरोना काल की दूसरी लहर में मध्य प्रदेश के पुलिस हेड कांस्टेबल रंजीत सिंह मसीहा के तौर पर सामने आए हैं। दरअसल, पुलिस हेड कांस्टेबल रंजीत सिंह का कुछ समय पहले हाईकोर्ट क्रॉसिंग पर मूनवॉक डांस करते हुए उनका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुआ था। इस वीडियो में रंजीत सिंह डांस करते हुए ट्रैफिक को कंट्रोल कर रहे थे परंतु अब कोरोना काल में वह दूसरे तरीके से लोगों की सहायता कर रहे हैं।

इंदौर पुलिस के रंजीत सिंह की उम्र 42 साल की है और यह अपने 6-7 ट्रैफिक पुलिस के जवानों के साथ कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के रिश्तेदारों को खाना पहुंचाने का नेक काम करने में लगे हुए हैं। वह फ्री में लोगों के घर-घर पौष्टिक भोजन पहुंचाते हैं। आपको बता दें कि रंजीत सिंह के द्वारा किए जा रहे इस नेक कार्य में कॉन्स्टेबल बाल मुकुंद, रवि, राजेश, गजेंद्र, ताराचंद और क्रेन ड्राइवर मुन्ना अंसारी उनकी मदद कर रहे हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि यह रोजाना ही 250 लोगों तक घर-घर खाना पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। इसमें 6 अस्पताल में भर्ती लोगों के रिश्तेदार भी शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि एमडीएच अस्पताल में भर्ती कोरोना पेशेंट की एक रिश्तेदार ने उन्हें रोककर उन्हें बताया कि वह भूखी है। तो रंजीत सिंह ने उनको पैसे देकर उनकी मदद करने का प्रयत्न किया परंतु उनका कहना था कि उनके पास पैसे हैं लेकिन लॉकडाउन के कारण खाने के लिए उनको कुछ भी नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में रंजीत सिंह ने उसको अपना टिफन दे दिया था।

रंजीत सिंह ने बताया कि इसके बाद करीब 15 दूसरे मरीजों के रिश्तेदार भी वहां पर पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि उस समय मैं उनकी मदद नहीं कर पा रहा था। तब वह अपने साथियों के पास गए और बाकियों के लिए भी उन्होंने खाने का इंतजाम किया था। बस इसके बाद से ही उन्होंने यह सोच लिया कि वह जरूरतमंदों तक खाना पहुंचाएंगे। वह अपने साथियों के साथ मिलकर रोजाना लोगों तक खाना पहुंचाते हैं। लोग इनके द्वारा किए जा रहे नेक कार्य की खूब तारीफ कर रहे हैं।

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