बॉलीवुड

बेहद दिलचस्प है आशुतोष राणा और रेणुका शहाणे की प्रेम कहानी, एक कविता से बनी थी बात

बॉलीवुड इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता आशुतोष राणा मुख्य रूप से भारतीय फिल्म अभिनेता हैं। उन्होंने हिंदी फिल्मों के अलावा तमिल, तेलुगू, मराठी और कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया है। आशुतोष राणा इंडस्ट्री के बेहतरीन अभिनेताओं के लिस्ट में शामिल हैं और यह एक ऐसे कलाकार हैं जो अपने हर किरदार को बखूबी तरीके से निभाना जानते हैं। उन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय के बलबूते इंडस्ट्री में अच्छी खासी पहचान बनाई है। एक समय ऐसा भी था जब वह विलेन के किरदार में हीरो पर भी भारी पड़ा करते थे। उस समय के दौरान हर निर्देशक आशुतोष राणा को अपनी फिल्म लेना चाहता था।

आशुतोष राणा जिस फिल्म में काम करते थे, उसमें जान डाल देते थे। आशुतोष राणा ने अपने करियर की शुरुआत छोटे पर्दे से की थी। उन्होंने हिंदी सिनेमा में साल 1995 में डेब्यू किया था। इन्हें हिंदी सिनेमा में पहचान फिल्म “दुश्मन” से मिली। इस फिल्म में आशुतोष राणा ने साइको किलर की भूमिका अदा की थी। आशुतोष राणा अपने फिल्मी करियर में कई बेहतरीन फिल्मों में काम कर चुके हैं, जिसमें से जख्मी, दुश्मन, और संघर्ष जैसी फिल्में शामिल हैं। इन्होंने यह साबित कर दिखाया है कि यह एक मंझे हुए कलाकार हैं।

आपको बता दें कि अभिनेता आशुतोष राणा लेखनी में भी माहिर हैं। इनका करियर काफी सफल रहा और इनका निजी जीवन भी बेहद सुखद और सफल रहा है। साल 2001 में आशुतोष राणा ने अभिनेत्री रेणुका शहाणे से विवाह कर लिया था और आज यह दोनों अपनी शादी की 20वीं सालगिरह मना रहे हैं। रेणुका शहाणे भी बॉलीवुड इंडस्ट्री की जानी-मानी अभिनेत्रियों की लिस्ट में शामिल हैं और यह सबसे ज्यादा पढ़ी लिखी हुई हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से इन दोनों की शादी की सालगिरह के मौके पर इनकी दिलचस्प प्रेम कहानी के बारे में बताने वाले हैं।

आपको बता दें कि आशुतोष राणा और अभिनेत्री रेणुका शहाणे के बीच बातचीत का सिलसिला एक फोन कॉल के माध्यम से शुरू हुआ था। कपिल शर्मा के शो में आशुतोष राणा ने रेणुका संग अपनी प्रेम कहानी का जिक्र किया था। उन्होंने बताया कि हंसल मेहता की पहली फिल्म “…जयते” के प्रीव्यू के दौरान वह पहली बार रेणुका से मिले थे क्योंकि वह उनके बारीक अभिनय के घोर प्रशंसक थे। उन्होंने बताया कि करीब आधे घंटे की मुलाकात में उनसे बातचीत हुई और उसी समय के अंदर उनके विचारों से आशुतोष राणा काफी प्रभावित हो गए थे।

आशुतोष राणा पहली ही मुलाकात में रेणुका से प्यार करने लगे थे और वह प्यार के इजहार का इंतजार भी नहीं करना चाहते थे। बस वह सही मौके की तलाश कर रहे थे। इसी वजह से उन्होंने दशहरा का अवसर चुना और रेणुका को शुभकामनाएं देने के बहाने फोन किया था। बस यही से उनकी बातचीत होने लगी। इस फोन कॉल के बाद धीरे-धीरे उनकी बात बढ़ती चली गई।

लैंडलाइन से रेणुका शहाणे का निजी मोबाइल नंबर भी उनको मिल गया था। तकरीबन 3 महीने तक दोनों के बीच फोन पर बातचीत होती रही और आखिर में बिना समय गवाएं हुए आशुतोष राणा ने रेणुका शहाणे को प्रपोज करने का इरादा बना लिया था। आशुतोष राणा ने रेणुका को प्रपोज करने के लिए एक बेहतरीन कविता लिखी थी।

उन्होंने अपने इजहार के खत में यह लिखा था कि “प्रिय लिखकर, मैं नीचे लिख दूं नाम तुम्हारा, तुम जगह बीच में छोड़ दूं, नीचे लिख दूं “सदा तुम्हारा”, लिखा बीच में क्या यह तुमको पढ़ना है, काजल पर मन की परिभाषा का अर्थ समझना है, जो भी अर्थ निकालोगी तो वह मुझको स्वीकार है, झुके नयन, मौन धर या कोरा कागज अर्थ सभी का प्यार है।” रेणुका ने भी अभिनेता आशुतोष राणा का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया था और आखिर में उन्होंने 25 मई 2001 को आशुतोष राणा के गांव दमोह में दोनों की शादी हुई। इनके दो बेटे भी हैं, जिनका नाम शौर्यमन और सत्येंद्र है। जो इन दोनों के मजबूत रिश्ते की डोर की निशानी हैं।

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