धार्मिक

21 जून को है निर्जला एकादशी, इन चीजों का करें दान, होगी पुण्य फल की प्राप्ति

हिंदी पंचांग के अनुसार 21 जून को जेष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी है। इस दिन निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार देखा जाए तो निर्जला एकादशी व्रत का विशेष महत्व बताया गया है। निर्जला एकादशी का व्रत सभी एकादशी व्रत में श्रेष्ठ माना जाता है। आपको बता दें कि साल भर में 24 एकादशी होती है और सभी का विशेष धार्मिक होता है।

एकादशी तिथि भगवान विष्णु जी को समर्पित है। इस दिन भगवान विष्णु जी की विधि-विधान पूर्वक पूजा की जाती है। निर्जला एकादशी के व्रत को लेकर यह बताया जाता है कि जो व्यक्ति यह व्रत करता है उसको साल की बाकी 23 एकादशी के व्रत करने के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होती है। निर्जला एकादशी पर दान करने का भी सबसे अधिक महत्व बताया गया है।

शास्त्रों के अनुसार, महाभारत काल में भी इस व्रत का वर्णन मिलता है निर्जला एकादशी को पांडव एकादशी और भीमसेन एकादशी के नाम से भी लोग जानते हैं। जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखता है उसको दीर्घायु के साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्री कृष्ण जी ने धर्मराज युधिष्ठिर को एकादशी व्रत के महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी थी। भगवान श्री कृष्ण जी के कहने पर ही युधिष्ठिर ने एकादशी का व्रत विधि-विधान पूर्वक किया था। यह व्रत सभी पापों से छुटकारा दिलाने वाला बताया गया है।

पद्म पुराण में इस बात का उल्लेख किया गया है कि महर्षि वेदव्यास जी ने पांडवों को इस एकादशी के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि एकादशी के दिन जो भी दान, धर्म, हवन और पूजन किया जाता है उसका फल अक्षय होता है। अगर इस दिन दान-पुण्य जैसे कर्म किए जाए तो इससे व्यक्ति को अनेक-अनेक जन्मों तक लाभ की प्राप्ति होती है।

गर्मी से छुटकारा दिलाने वाली चीजों का दान करें

निर्जला एकादशी व्रत के दिन शीतलता प्रदान करने वाली चीजें का दान करना चाहिए, इससे व्यक्ति को अपने जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि इस महीने में तेज गर्मी पड़ती है और सूर्य अपनी पूर्ण गर्मी पर होता है। इसलिए अगर आप निर्जला एकादशी पर गर्मी से छुटकारा दिलाने वाली चीजों का दान करते हैं तो इससे आपको शुभ फल मिलेगा।

इन चीजों का दान करें

शास्त्रों के अनुसार, अगर एकादशी के दिन सुयोग्य ब्राह्मण को जूते दान दिए जाएं तो इससे व्यक्ति को अपने जीवन में बेहद शुभ फल की प्राप्ति होती है। जो व्यक्ति जूते दान करता है वह सोने के विमान में बैठकर स्वर्ग लोक को जाता है। निर्जला एकादशी व्रत में आप अन्न दान, छाता दान, बिस्तर दान, वस्त्र दान कर सकते हैं। ऐसा बताया जाता है कि इन चीजों का दान करने से व्यक्ति को परम पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा आप व्रत के दिन चने और गुड़ का दान भी कर सकते हैं, यह बहुत शुभ होता है।

तुलसी की करें पूजा

आपको बता दें कि एकादशी तिथि भगवान विष्णु जी को समर्पित है और भगवान विष्णु जी को तुलसी अति प्रिय है। अगर आप निर्जला एकादशी के दिन तुलसी की पूजा करते हैं तो इससे भगवान विष्णु जी बेहद प्रसन्न होते हैं। आप इस दिन शाम के समय तुलसी के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ कीजिए। अगर आप ऐसा करेंगे तो इससे आपके घर में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होगी। इतना ही नहीं बल्कि कर्जो से भी छुटकारा मिलता है। ऐसा करने से व्यापार में बढ़ोतरी होती है और नौकरी में तरक्की हासिल करते हैं।

Related Articles

Back to top button