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चाणक्य नीति: पुरुषों को अपनी पत्नी को भूलकर भी नहीं बतानी चाहिए ये 4 बातें, जानिए कौनसी हैं वो?

आचार्य चाणक्य एक महान अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री और कूटनीतिज्ञ होने के साथ-साथ बेहद बुद्धिमान व्यक्ति थे। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों के दम पर नंद वंश का नाश कर दिया था। आचार्य चाणक्य ने ही एक साधारण से बालक चंद्रगुप्त मौर्य को सम्राट बना दिया था। आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति नामक पुस्तक की रचना की थी। उन्होंने अपनी नीति शास्त्र में ऐसी बहुत सी बातें बताई हैं, जिनका अगर व्यक्ति अपने जीवन में पालन करता है तो वह अपने जीवन की कठिन से कठिन परिस्थितियों से भी बाहर निकल सकता है।

आपको बता दें कि आचार्य चाणक्य समाज की बारीकी से समझ रखते थे। उनके द्वारा रचित नीति ग्रंथ में जीवन को सुखमय बनाने के लिए बहुत ही उपयोगी सुझाव बताए गए हैं। आचार्य चाणक्य के द्वारा बताई गई नीतियां आज भी बिल्कुल कारगर साबित होती हैं। इसमें जीवन को सरल और सुगम बनाने वाली नीतियों का वर्णन किया गया है।

आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में ऐसी चार बातों का उल्लेख किया गया है जिनको पुरुषों को अपनी पत्नियों को भूल कर भी नहीं बतानी चाहिए अन्यथा इसकी वजह से समस्या खड़ी हो सकती है। तो चलिए जानते हैं आखिर आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में वह कौन सी बातें बताई है जिनको भूलकर भी पत्नी को नहीं बतानी चाहिए।

अपनी कमजोरी के बारे में

आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में इस बात का जिक्र किया है कि पति को अपनी किसी भी कमजोरी के बारे में पत्नी को नहीं बताना चाहिए। आचार्य चाणक्य का ऐसा मानना है कि अगर पत्नियों को अपने पति की कमजोरी के बारे में पता लग जाए तो वह बार-बार उसी का हवाला देकर अपनी जिद को पूरा करवाने की कोशिश कर सकती हैं। पत्नियां अपने पति की कमजोरी को जानकर वह अपने फायदे के लिए कुछ भी कर सकती हैं इसलिए चाणक्य बताते हैं कि पति को अपनी कमजोरी हमेशा अपनी पत्नी से छुपा कर रखनी चाहिए, इसी में पतियों की भलाई है।

कमाई के बारे में

आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में इस बात का उल्लेख किया गया है कि पुरुषों को अपनी पत्नियों को कभी भी अपनी कमाई के बारे में कुछ भी नहीं बताना चाहिए क्योंकि आचार्य चाणक्य ऐसा मानते हैं कि अगर महिलाओं को यह पता लग जाए कि उसका पति कितना कमाता है तो वह पैसों को खर्च करने पर रोक लगा सकती हैं। कई बार तो ऐसा होता है कि पत्नियां जरूरी खर्चा करने पर भी पति को रोकती हैं। इसी वजह से आपकी आमदनी क्या है? इसके बारे में आप अपनी पत्नियों को भूलकर भी ना बताएं।

दान के बारे में

आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में इस बात का जिक्र किया है कि पति को भूलकर भी अपनी पत्नी से दिए गए दान के बारे में बात नहीं करनी चाहिए क्योंकि आचार्य चाणक्य का ऐसा मानना है कि अगर पत्नी को पति के दान के बारे में पता लग जाएगा तो वह बार-बार उसी को लेकर ताने मार सकती है।

अपमान की बात

चाणक्य नीति अनुसार पति को हमेशा अपनी पत्नी से अपने अपमान की बात छुपा कर रखनी चाहिए क्योंकि अगर पत्नियों को अपने पति के अपमान की बात पता लग जाएगी तो वह बार-बार अपमान का ताना मारेगी।

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