बॉलीवुड

जब धर्मेंद्र के पास रहने-खाने तक के नहीं थे पैसे, रेलवे क्वाटर की बालकनी में भूखा रहना था पड़ा

हिंदी सिनेमा के इतिहास में सबसे सफल अभिनेताओं की लिस्ट में एक नाम धर्मेंद्र का भी आता है। धर्मेंद्र एक ऐसे अभिनेता हैं, जिन्होंने अपने अभिनय से हर किसी को बेहद प्रभावित किया है। धर्मेंद्र हिंदी फिल्मों में अपनी मजबूत कद, काठी और एक्शन के लिए “हीमैन” के नाम से भी जाने जाते हैं। धर्मेंद्र ने फिल्म इंडस्ट्री में कई यादगार फिल्में दी हैं और लोग इनकी फिल्में देखना बहुत पसंद करते हैं।

बॉलीवुड के “हीमैन” धर्मेंद्र कई दशकों से अपनी शानदार एक्टिंग की वजह से फैंस के दिलों पर राज करते आ रहे हैं। धर्मेंद्र आज एक सफल अभिनेता हैं परंतु सफल होने के पीछे कई संघर्ष की कहानियां छुपी हुई हैं। धर्मेंद्र को अपनी मंजिल को पाना इतना आसान नहीं था। एक समय ऐसा था जब उन्होंने अपना जीवन बेहद गरीबी में व्यतीत किया।

जब धर्मेंद्र बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी किस्मत आजमाने के लिए आए थे तो उन्होंने करीब एक साल तक बहुत ज्यादा संघर्ष किया था। धर्मेंद्र को कई बार ऐसा लगता था कि उनका सपना पूरा नहीं हो पाएगा। धर्मेंद्र के पास रहने और खाने तक के पैसे नहीं थे। उन्होंने कई रातें भूखा रहकर गुजारी थी। इतना ही नहीं बल्कि उनके पास रहने के लिए घर नहीं था। उन्होंने रेलवे क्वाटर की बालकनी में गुजारा किया था। धर्मेंद्र ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने संघर्ष के दिनों के बारे में बात करते हुए पूरी कहानी बताई थी।

बातचीत के दौरान धर्मेंद्र ने अब तक का सफर कहां से शुरू हुआ था उसके बारे में बताया था। उन्होंने बताया कि मुंबई आने का मौका फिल्मफेयर ने उनको दिया था। फिल्मफेयर कॉन्टेस्ट में धर्मेंद्र सिलेक्ट हुए थे। इस सिलेक्शन के बाद धर्मेंद्र मुंबई आ तो गए परंतु उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह खाना खा सके और कहीं पर रहने तक का ठिकाना कर पाते।

धर्मेंद्र ने शत्रुघ्न सिन्हा के साथ एक इंटरव्यू के दौरान यह बताया था कि उनके साथ उनका एक दोस्त भी पंजाब से आया था। दोनों ने रहने के लिए रेलवे क्वाटर की बालकनी किराए पर ले ली। इस बालकनी में रात को सोने के लिए उन्हें मिलता था। धर्मेंद्र पुराने दिनों को याद करते हुए बताते हैं कि उनको रहने के लिए जगह तो मिली थी लेकिन कई बार वह दोनों बिना खाए सो जाया कर थे।

अभिनेता धर्मेंद्र ने बताया था कि करीब एक साल बाद उन्हें वर्ष 1960 में अर्जुन हिंगोरानी की फिल्म “दिल भी तेरा हम भी तेरे” से बॉलीवुड में कदम रखने का अवसर प्राप्त हुआ था। इस फिल्म के बाद उनके दिन सुधरने लग गए थे। आपको बता दें कि धर्मेंद्र ने 1960 के दशक के शुरू में कई रोमांटिक फिल्मों में काम किया था। फिल्म फूल और पत्थर (1966) के साथ उन्होंने फिल्मों में अकेले हीरो के रूप में कदम रखा था। इसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ हीरो के फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने कई प्रमुख अभिनेत्रियों के साथ अभिनय किया। मौजूदा समय में धर्मेंद्र बॉलीवुड इंडस्ट्री के सफल अभिनेताओं की लिस्ट में शुमार हैं। आज धर्मेंद्र किसी के परिचय के मोहताज नहीं हैं।

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