धार्मिक

साल के इन दिनों में पति पत्नी का सम्बन्ध बनाना होता है बेहद अशुभ, बनते हैं पाप के भागीदार

एक सुखी दांपत्य जीवन के लिए प्यार के साथ साथ शारीरिक सुख का होना भी जरूरी होता है। जब पति पत्नी आपस में संबंध बनाते हैं तो उनके बीच प्रेम बढ़ता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शास्त्रों के अनुसार पति पत्नी को कुछ खास तिथियों को संबंध बनाने से बचना चाहिए। यदि आप गलत तिथि पर संबंध बनाते हैं तो घर में अशान्ति और दुख बढ़ जाता है। रिश्तों में खटास भी आ जाती है।

पूर्णिमा पर

पूर्णिमा का दिन माता लक्ष्मी का दिन भी होता है। इस रात घर की सुख, शांति और समृद्धि के लिए महालक्ष्मी की पूजा होती है। ऐसे में पूर्णिमा की रात संबंध बनाने से बचना चाहिए। यदि ऐसा न करें तो मां लक्ष्मी नाराज हो जाती है।

अमावस्या पर

शास्त्रों के अनुसार अमावस्या के दिन शारीरिक संबंध बनाने से बचना चाहिए। इस दिन नकारात्मक शक्तियां एक्टिव रहती हैं। इस दिन संबंध बनाने से शादीशुदा जीवन पर नेगेटिव प्रभाव पड़ता है। यदि आप संबंध बना लेते हैं तो पति पत्नी के बीच लड़ाई झगड़ा हो सकता है।

पूर्वजों की मृत्यु तिथि पर

पूर्वजों की मृत्यु तिथि यानि बरसी वाली रात भी पति पत्नी को आपस में संबंध बनाने से बचना चाहिए। ऐसा नहीं करें तो पितर नाराज हो जाते हैं और आपके ऊपर पितृदोष लग जाता है। इससे वंश वृद्धि में भी दिक्कत आती है।

एकादशी पर

एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। कृष्णजी ने भी कहा है कि एकादशी पर व्रत और पूजन करने सभी पाप धूल जाते हैं। इस दिन संबंध बनाने से उपवास भी टूट जाता है। एकादशी के दिन फिजिकल होना अशुभ होता है। इस दिन रोमांस करने से भगवान के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है।

शिवरात्रि पर

शिवरात्रि के दिन हमे ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। ये दिन शास्त्रों के अनुसार शुभ और पवित्र होता है। इस दिन यदि कपल संबंध बनाते हैं तो उन्हें भंयकर नतीजे भुगतने पड़ते हैं। इससे अशुभ गृह आपके ऊपर हावी हो जाते हैं।

नवरात्रि पर

नवरात्रि के नौ दिनों तक भी शारीरिक संबंध बनाने से परहेज करना चाहिए। सनातन धर्म के अनुसार नवरात्र के नौ दिन बहुत पवित्र होते हैं। इस दिन सभी उपवास भी रखते हैं। इसलिए इन नौ दिनों में यदि संबंध बना लिए तो पूरे परिवार को इसके बुरे परिणाम झेलने पड़ते हैं। इसलिए इस दिन संबंध बनाना निषेध होता है।

आशा करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इसे दूसरों के साथ भी साझा अवश्य करें।

Related Articles

Back to top button