लक्ष्मी अग्रवाल की दर्दभरी कहानी: चेहरा जलने के बाद जब पहली बार देखा शीशा तो ऐसा महसूस हुआ था
बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘छपाक’ इन दिनों हर तरफ चर्चा में है. दीपिका की यह अवेटेड फिल्म 10 जनवरी को रिलीज़ होने के लिए तैयार है. इस फिल्म को क्रिटिक ने भी काफी सराहा है. इसके साथ ही दीपिका के काम की भी इस फिल्म में काफी तारीफ हो रही है. बता दें कि दीपिका की यह फिल्म एसिड अटैक पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर बनी हुई है. इस फिल्म को मेघना गुलजार द्वारा डायरेक्ट किया गया है.
इस फिल्म के बारे में पीड़िता लक्ष्मी अग्रवाल ने कहा था, ‘मैं बेहद खुश हूं कि पर्दे पर मेरा किरदार दीपिका पादुकोण अदा कर रही है. मुझे उन्हें जज करने का कोई हक़ नहीं है. मुझे इस बात का पूरा विश्वाश है कि वह काफी अच्छा काम करेंगी.
कौन है लक्ष्मी और कैसे हुई उनके साथ यह घटना
लक्ष्मी एक एसिड अटैक पीड़िता हैं, वह दिल्ली में जन्मी और पली-बढ़ी है. लक्ष्मी ने 15 साल की उम्र में एक सिंगर बनने का सपना देखा था. इस दौरान एक 32 साल का नदीम खान नाम का लड़का उनसे शादी करना चाहता था. मगर लक्ष्मी को यह पसंद नहीं था. नदीम कई बार उनका पीछा करने लगा. 2005 में अचानक लक्ष्मी पर नदीम ने तेज़ाब फेक दिया. लक्ष्मी वहीं गिर गई और तड़पने लगी. उन्हें एक टैक्सी ड्राइवर सफदरजंग अस्पताल में ले गया था.
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लक्ष्मी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि, इस अटैक के दौरान उन्हें ऐसा लग रहा था कि, मेरी सारी खाल निकलकर बाहर आ गई थी. मेरे हाथ और चेहरे से खाल अलग होकर बहने लगी थी. इसके बाद उन्हें कई सर्जरी तक करवानी पड़ी थी. उन्होंने बताया उनके चेहरे पर सिर्फ पटि्टयां और बैंडेज ही नज़र आते थे. मेरा चेहरा बोलने लायक भी नहीं रह गया था. इसके बाद उन्होंने वर्ष 2006 में एक पीआईएल दाखिल की और सुप्रीम कोर्ट से एसिड बैन करने की मांग कर डाली. इसके साथ ही लक्ष्मी एक ऐसे कैंपेन का हिस्सा बनीं जिसका नाम ‘Stop Acid Attacks’ था.
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इसे कैंपेन को आलोक दीक्षित और आशीष शुक्ला मिलकर चलाते थे. इसके बाद वह कई सैकड़ों एसिड पीड़िताओं की आवाज़ बनी. इस केपैन के दौरान लक्ष्मी को फाउंडर आलोक से प्यार हो गया. इन दोनों ने शादी से पहले लिव-इन में रहने का फैसला किया. इस पर लक्ष्मी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था, कि हम समाज की परम्परा को चुनौती देना चाहते थे. मैं नहीं चाहती थी कि लोग हमारी शादी में आए और मेरे चेहरे को देखकर मुझे ताना मारे. इसके साथ ही उस समय लक्ष्मी को अमेरिका की पूर्व पहली महिला मिशेल ओबामा द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला पुरूस्कार से सम्मानित भी किया गया था.
इस शादी के बाद दोनों की एक बेटी पीहू भी है. बेटी के जन्म के बाद से ही दोनों में अनबन होने लगी. इसके बाद लक्ष्मी और आलोक ने अलग होने का फैसला किया. बेटी को पालने के लिए लक्ष्मी को एक अच्छी नौकरी की जरूरत थी. उन्होंने सरकार से गुहार की है कि वह उन्हें एक अच्छी नौकरी दें. ताकि वह अपनी बेटी का लालन-पालन कर सकें. साथ ही अपनी माँ को भी सपोर्ट कर सकें.