पहली बार पत्नी को फोन कर बच्चों की तरह रोने लगे थे इशांत शर्मा, ऐसा था प्रतिमा का रिएक्शन
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार गेंदबाज़ इशांत शर्मा (Ishant Sharma) ने आज से लगभग 13 साल पहले 25 मई 2007 को ढाका के मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था. इस गेंदबाज़ ने 24 फरवरी को इंग्लैंड के खिलाफ अपना 100वां टेस्ट मैच पूरा किया है. इशांत शर्मा के इस प्रदर्शन के पीछे उनकी काफी कड़ी मेहनत है. इस दौरान उनके जीवन में ऐसा समय भी आया है जब उनकी आखों से आसूं तक निकल पड़े है. इशांत के जीवन से जुड़े कई बड़े खुलासे उनकी पत्नी प्रतिमा सिंह (Pratima Singh) ने किये है. वहीं उनकी पत्नी ने यह भी बताया कि इशांत की इस सफलता का राज क्या है.
भारत के इस गेंदबाज़ ने वर्ष 2016 में 9 दिसंबर को वाराणसी में जन्मी बास्केटबॉल खिलाड़ी प्रतिमा सिंह (Pratima Singh) से शादी की थी. शादी के बाद इशांत के खेल में भी काफी परिवर्तन आया है. इशांत का 100वां टेस्ट देखने पहुंचीं उनकी पत्नी प्रतिमा से जब पूछा गया था कि, इशांत की इस सफलता के पीछे आपका हाथ है तो, वह हँसते हुए कहती है कि, लेडी लक नहीं, हार्ड वर्क के कारण वह यहां तक पहुंचे हैं. उनकी मेहनत का क्रेडिट उन्हें ही मिलना चाहिए. इशांत के जीवन में जो कठिन परिश्रम, निरंतरता और अनुशासन है, उसकी वजह से ही वह आज यहां तक पहुंचे हैं.
उनकी पत्नी कहती है कि, मुझे क्रिकेट की अधिक जानकरी नहीं है, लेकिन सब कहते है कि एक फ़ास्ट बॉलर के लिए 100 टेस्ट मैच खेलना बहुत बड़ी बात होती है. अगर आप अनुशासन में नहीं रहेंगे तो शरीर जवाब दे जाएगा. मैं उन्हें वर्ष 2011 से जानती हूँ. इस दौरान मैंने उन्हें कभी नहीं देखा कि, उन्होंने थकावट, यात्रा, व्यक्तिगत कारण या प्रोफेशनल कारण या किसी और वजह से अपनी ट्रेंनिंग मिस की हो. मैं भी एक खिलाडी हूँ और मुझे पता है कि खिलाड़ी के लिए ट्रेनिंग कितनी इम्पोर्टेन्ट होती है. मैं भी कभी ऐसी ही खिलाडी थी. लेकिन इतने सालों तक क्रिकेट खेलना और ट्रेंनिंग मिस नहीं करना एक रिकॉर्ड है.
इशांत की पत्नी ने आगे बताया कि, इशांत वैसे तो चुपचाप रहते हैं और अपनी बातें किसी के साथ शेयर नहीं करते है. मगर वर्ष 2013 में वह मुझे फोन करके बहुत रोए थे. हम लोग उस समय एक दूसरे को डेट कर रहे थे. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए मैच में मोहाली में जेम्स फॉकनर ने उनके एक ओवर में 30 रन मारे थे. उसके बाद वह काफी रोए थे. उसके बाद मैंने उनसे यही कहा कि, क्रिकेट को इतना सिर पर मत चढ़ाओ. यह बहुत बड़ी चीज है, मगर है तो सिर्फ खेल ही.
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, जब मैच में ज्यादा पिटाई हो जाती है तो इशांत काफी निराश हो जाते है. मैं कहती हूं कि जब तक जिंदगी है तब तक खेलोगे और तब तक यही सब चलता रहेगा. घर में क्रिकेट की बात होने के सवाल पर प्रतिमा ने कहा कि नहीं, हम घर में माहौल काफी अच्छा रखते हैं. पति और पत्नी की आपसी बॉन्डिंग के बारे में प्रतिमा ने कहा कि, हम दोनों खिलाड़ी हैं, इसलिए फिटनेस से लेकर डाइट तक की ही बाते होती है.