15 दिन का बेटा खुद मां से होने लगा था अलग, मौत के एक दिन पहले ऐसा था स्मिता पाटिल का हाल
बेटे के जन्म के 15 दिन बाद हुई थी स्मिता की मौत, दुनिया को अलविदा कहने से कुछ घंटे पहले की ऐसी है कहानी
अपनी शानदार अदाकारी से लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाने वाली हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री स्मिता पाटिल एक बड़े घराने से ताल्लुक रखती थी। स्मिता के पिता महाराष्ट्र के मंत्री थे। कहा जाता है कि, बड़े घर में पैदा होने के बावजूद स्मिता एक साधारण लड़की की तरह रहती थी। स्मिता का नाम उनकी मां विद्या ताई ने उनकी खूबसूरत मुस्कान देख कर रखा था।
स्मिता पाटिल ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत फिल्म ‘चरणदास चोर’ से की थी। बॉलीवुड में आने के बाद स्मिता का नाम राज बब्बर के साथ जुड़ा और इन दोनों के अफेयर ने इंटरटेनमेंट दुनिया में खूब सुर्खियां बटोरी। लेकिन महज 31 साल की उम्र में ही 13 दिसंबर 1986 को स्मिता पाटिल ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
स्मिता पाटिल की मौत चाइल्डबर्थ कॉम्प्लिकेशंस के चलती हुई थी। कहा जाता है कि, स्मिता पाटिल को अपनी मौत से पहले ही एहसास हो गया था कि वह इस दुनिया को छोड़ने वाली है।
कहा जाता है कि, मौत के 1 दिन पहले यानी 12 दिसंबर के दिन स्मिता बाकी दिनों की तरह ही नॉर्मल थी। उन्होंने सुबह 6:00 बजे अपने बेटे प्रतीक के रोने की आवाज सुनी और उसे चुप कराने की कोशिश करने लगी। बेटे के जन्म के 15 दिन बाद ही स्मिता ने उसका नाम करण भी कर दिया था और वह अपने बेटे को प्रतिक नाम से बुलाने लगी थी। जब स्मिता अपने बेटे प्रतीक को चुप करा रही थी तो उन्होंने देखा कि प्रतीक अपना सिर उनकी बॉडी से धीरे-धीरे दूर कर रहा है।
दरअसल, इस दौरान स्मिता की बॉडी का तापमान काफी बढ़ा हुआ था जो प्रतीक महसूस कर रहा था। ऐसे में स्मिता ने भी सोचा कि कहीं नन्हे बेटे को वायरल ना हो जाए, इसलिए स्मिता ने प्रतिक को 2 दिनों के लिए खुद से दूर कर दिया। इस दौरान स्मिता के दिमाग में कई तरह की बातें आने लगी। उन्होंने अपनी बहनों को भी याद किया और राज बब्बर से हुई पहली मुलाकात को भी याद करने लगी। इसी बीच उनके पास डेली रूटीन के लिए डॉक्टर आए और उन्हें चेक करके चले गए।
कहा जाता है कि, उसी दिन राज बब्बर अपने काम से घर लौटे तो उन्होंने देखा कि स्मिता की ट्यूब निकाल दी गई थी और वह काफी अच्छा महसूस कर रही थी। इसी शाम जब राज बब्बर किसी पार्टी में जाने लगे तो स्मिता ने भी उनके साथ जाने की जिद की लेकिन राज बब्बर ने उन्हें अपने साथ ले जाने से साफ इंकार कर दिया और घर पर ही आराम करने की सलाह दी।
इसके बाद राज बब्बर पार्टी के लिए तैयार होने लगे तो उन्होंने देखा कि, स्मिता का चेहरा पूरी तरह से पीला पड़ चुका है और वह खून की उल्टियां कर रही थी। इसके बाद राज बब्बर ने डॉक्टर को बुलाया लेकिन स्मिता अपने 15 दिन के बेटे से दूर नहीं जाना चाहती थी और वह उससे दूर होने के डर से लगातार रोती रही थी। इसके बाद इस स्मिता को अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही वह कोमा में चली गई।
अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर ने बताया कि स्मिता के दिमाग ने काम करना बंद कर दिया है और इसके दूसरे दिन ही स्मिता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। स्मिता की मौत की खबर पूरी फिल्म इंडस्ट्री में आग की तरह फैल गई और उनकी मौत से बॉलीवुड को गहरा सदमा लगा कि, उन्होंने एक बेहतरीन कलाकार खो दिया।