विशेष

रूठी पत्नी को मनाने के लिए ससुराल की चौखट पर 31 घंटे बैठा रहा पति, उसके बाद हुआ ये…

पति-पत्नी का रिश्ता बहुत ही पवित्र माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि पति-पत्नी का रिश्ता सात जन्मो तक चलने वाला रिश्ता होता है। यह रिश्ता इतना मजबूत होता है कि उसमें जितना प्यार पड़ता है वह उतना ही मजबूत होता जाता है। पति-पत्नी इस रिश्ते में यह शर्त भी होती है कि वह सात फेरों के साथ वचन देते हैं कि वह सात जन्मो तक एक दूसरे का साथ निभाएंगे।

वैसे देखा जाए तो इस रिश्ते में नाराजगी, रूठना-मनाना चलता रहता है। जहां पर प्यार है वहां पर थोड़ी नाराजगी भी जायज है परंतु आज हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जहां शादी की पहली सालगिरह पर ससुराल से मायके आई पत्नी वापस नहीं आई। तो ऐसे में पति अपने ससुराल जा पहुंचा लेकिन ससुराल वालों ने दरवाजा नहीं खोला। पति अपने ससुराल की चौखट पर 31 घंटे तक धरने पर बैठा रहा। इसके बावजूद भी पत्नी अपने पति के पास नहीं आई।

हम आपको जिस मामले के बारे में जानकारी दे रहे हैं यह मामला उत्तर प्रदेश की ताज नगरी आगरा से आया है। जहां पर शादी की पहली सालगिरह पर ससुराल से मायके आई पत्नी वापस नहीं आई, तो पति अजमेर से आगरा आ गया। आपको बता दें कि अजमेर (राजस्थान) के वैशाली नगर की रहने वाले अविनाश वर्मा की शादी 2 मई 2015 को सुलहकुल नगर की रहने वाली युवती से हुई थी। अविनाश अकाउंटेंट थे और उनके पिताजी सेवानिवृत्त नायाब तहसीलदार हैं।

अविनाश के अनुसार, शादी की पहली ही सालगिरह पर उनकी पत्नी ब्यूटी पार्लर जाने को कह कर घर से निकल गई थी जिसके बाद वह वापस लौट कर नहीं आई थी। उन्होंने पत्नी को फोन भी किया लेकिन उनकी पत्नी यही कहती रही कि कुछ देर में लौटकर आऊंगी। इंतजार करते-करते कई घंटे बीत गए और घंटों के बाद यह पता चला कि उनकी पत्नी ब्यूटी पार्लर जाने का बहाना करके मायके चली गई है।

अविनाश अपनी पत्नी को लेने के लिए ससुराल पहुंच गए और ससुराल वालों ने भी उनको यह आश्वासन दिया था कि 3 दिन बाद वह उनकी पत्नी को भेज देंगे, जिसके बाद अविनाश ने अपने ससुराल वालों की बातों पर भरोसा किया और वह वहां से वापस चले आए। परंतु कुछ दिन बाद ही अविनाश के घर पर अजमेर पुलिस पहुंच गई तब उन्हें इस बात की जानकारी लगी कि उनकी पत्नी ने उनके खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत महिला आयोग में करा दी है और जांच के निर्देश अजमेर पुलिस को दिए गए हैं।

जब अविनाश को इन सब की खबर हुई तो उन्होंने अजमेर न्यायालय में पत्नी के खिलाफ सेक्शन नौ में वाद दायर कर दिया। दूसरी तरफ पत्नी ने अविनाश के खिलाफ दहेज के लिए उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करवा दिया और उसके खिलाफ भरण-पोषण का वाद दायर कर दिया। अविनाश को माता पिता ने संपत्ति से बेदखल कर दिया। इतना ही नहीं बल्कि अविनाश की नौकरी भी नहीं रही।

आपको बता दें कि अविनाश की पत्नी फोन पर बात करती है परंतु घर आने के लिए वह बिल्कुल भी राजी नहीं है। अविनाश शनिवार की सुबह 9:00 बजे आगरा आया था। उनका कहना था कि पत्नी से पूछना चाहता था कि वह साथ रहना चाहती है या फिर अलग होना चाहती है। मगर अविनाश के आने पर पत्नी रिश्तेदार के यहां चली गई थी। अविनाश ने उसे फोन किया परंतु उसके बावजूद भी नहीं आई। उसके बाद में तो उसने फोन उठाना भी बंद कर दिया था। रात में अविनाश ससुराल के गेट के बाहर धरना देकर बैठ गए और पूरी रात वहीं पर गुजारी थी। रविवार को भी घर के बाहर ही बैठे रहे। शाम को 4:00 बजे के करीब वह अपने घर को वापस लौट गए।

Related Articles

Back to top button